Society

भारत में मेरिट का प्रश्न केवल व्यक्ति की प्रतिभा तक सीमित नहीं है बल्कि इसे सामाजिक संदर्भ में भी देखा जाना चाहिए

नितिन त्रिपाठी “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना से प्रेरित भारत का परंपरागत समाज और आधुनिक अर्थव्यवस्था आज द्वंद्व में खड़े हैं। एक ओर ‘विविधता, समानता और समावेश’ की अवधारणा को पश्चिम से आयातित कर अपनाने की होड़ लगी है, तो दूसरी ओर ‘मेधा, उत्कृष्टता और बुद्धिमत्ता’ की नीति अपनी राह

ग्रहों में कुछ योग ऐसे होते हैं जो राज भोगने की ओर ले जाते हैं

पितृसत्ता का जहर वापस आ गया है और इसकी प्रतिशोध की भावना के साथ वापसी हुई

महिला अधिकारों के प्रति उदासीनता को लेकर बढ़ते विरोध के बीच संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों ने लैंगिक समानता का लक्ष्य हासिल करने के लिए सोमवार को एक दर्जन से अधिक मोर्चों पर कार्रवाई में तेजी लाने की प्रतिबद्धता जताई। इस बात पर चिंता जताई गई कि बीजिंग प्रतिबद्धता

Business

ट्रेड वार शुरू करना आसान होता है… लेकिन इसका अंत कब और कैसे होगा… किसी को पता नहीं होता

ट्रेड वार शुरू करना आसान होता है… लेकिन इसका अंत कब और कैसे होगा… किसी को पता नहीं होता। चल रहे वैश्विक कारोबारी जंग की बारीकियां बता रहे हैं निवेश गुरु प्रभात त्रिपाठी…. Trade war किसी भी पारंपरिक युद्ध की तरह होता है — इसे शुरू करना आसान होता है,

Education

धर्म रस का पान करने वाला प्रसन्न चित्त से सुखपूर्वक सोता है पण्डित बुद्ध के उपदिष्ट धर्म में सदा रमण करता है

धर्म रस का पान करने वाला प्रसन्न चित्त से सुखपूर्वक सोता है पण्डित बुद्ध के उपदिष्ट धर्म में सदा रमण करता है

धर्म रस का पान करने वाला प्रसन्न चित्त से सुखपूर्वक सोता है, पण्डित बुद्ध के उपदिष्ट धर्म में सदा रमण करता है। नहर वाले पानी को ले जाते हैं, बाण बनाने वाले बाण को ठीक करते हैं, बढ़ई लकड़ी को ठीक करते हैं और पण्डितजन अपना दमन करते हैं। जैसे ठोस पहाड़

आप जो सोचते हैं वैसा ही काम करते हैं

आप जो सोचते हैं वैसा ही काम करते हैं

आप जो सोचते हैं, वैसा ही काम करते हैं। और जिस चीज के बारे में बड़ी गम्भीरता से सोचते हैं, वह आपके दिमाग मे चलने लगता है। आपका वह विचार आपका मस्तिष्क कई गुना बढ़ाता है। आप सोचते जाते हैं और फिर ख्वाबो की दुनिया मे डूबते जाते हैं। आप

ऋषियों ने मंत्र लिखे और उन्हीं मंत्रों के संग्रह को 4 वेद कहा गया

ऋषियों ने मंत्र लिखे और उन्हीं मंत्रों के संग्रह को 4 वेद कहा गया

वेद को लेकर समाज में बड़ा भ्रम पैदा किया जाता है. वेद की ऋचाएं यानी उसके श्लोक विभिन्न ऋषियों ने लिखे और उन ऋषियों की पीढ़ियों ने उसे जिंदा रखा. बाद में उन्हें 4 संहिताओं में संकलित किया गया जिसे ऋग्वेद, सामवेद यजुर्वेद और अथर्ववेद के रूप में जाना जाता

Art & Culture

टीला उस्मानपुर ही पावा गणराज्य है, पुरातत्व विभाग इसकी खुदाई कर इतिहास को सामने लाये: डॉ. रमाकांत कुशवाहा

टीला उस्मानपुर ही पावा गणराज्य है। दीपदान महोत्सव आयोजन समिति (D-MASK) के तत्वावधान में आयोजित पावा गणराज्य स्मृति महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ. रमाकांत कुशवाहा ने यह कहा. उन्होंने कहा कि इसकी खुदाई और इसके इतिहास को विश्व पटल पर लाने तथा इसे पर्यटन

Religion

उपनिषद और आयुर्वेद में गर्भ से बचने का तरीका बताया गया है जो नीतीश कुमार ने विधानसभा में बताया

गर्भ से बचने का तरीका वृहदारण्यकोपनिषद में वैसा ही बताया गया है, जैसा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवंबर 2023 में विधानसभा में भाषण के दौरान सरल शब्दों में बताने की कोशिश की थी. भारत के प्राचीन ग्रंथों में यौन क्रिया से लेकर गर्भाधान और बच्चे पैदा होने के

आयुर्वेद में तेल मालिश की बड़ी महत्ता बताई गई है। बढ़ती उम्र में यह बहुत फायदेमंद होता है। बच्चों से बुजुर्गों तक के तेल मालिश की भारत में परंपरा रही है। तेल मसाज के तमाम फायदे बता रहे हैं डॉ प्रदीप चौधरी… रविवार दिन ‘विश्राम’ का नहीं, मालिश का होता था।Read More →

ट्रेड वार शुरू करना आसान होता है… लेकिन इसका अंत कब और कैसे होगा… किसी को पता नहीं होता। चल रहे वैश्विक कारोबारी जंग की बारीकियां बता रहे हैं निवेश गुरु प्रभात त्रिपाठी…. Trade war किसी भी पारंपरिक युद्ध की तरह होता है — इसे शुरू करना आसान होता है,Read More →

आजकल हनुमान को एंग्री यंग मैन के रूप में दिखाया जा रहा है, जबकि शास्त्रों में उन्हें बुद्धि के प्रतीक के रूप में दिखाया गया है।आयुर्वेद में क्रोध और बुद्धि को विपरीत ध्रुव माना गया है। हनुमान जी को क्रोध में दिखाकर उनकी बुद्धि का अपमान किया जा रहा है।Read More →

आहार और मानसिक स्वास्थ्य में सीधा सम्बन्ध है। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण के अलावा अब्राहमिक धर्मों—यहूदी, इसाई और इस्लाम में भी इसका वर्णन मिलता है।।  इन धर्मों में भी आहार और मानसिक स्थिति के बीच ऐसा संबंध माना गया है। हर धर्म में आहार और मानसिक स्वास्थ्य के बीच गहरा सम्बन्ध मानाRead More →

सौरभ वाजपेयी लोहिया ने तीन तरह के गांधीवादी बताये. मैं तीन तरह के समाजवादी बताता हूँ. इन तीनों में पहली श्रेणी के साथ बहस नहीं है. दूसरी श्रेणी की पहली उपश्रेणी से भी बहस नहीं है. यह सब वर्तमान संघर्ष के साथी हैं. बाकियों से डिबेट है— यह डिस्क्लेमर जरूरीRead More →

कुछ कांग्रेसी और नव कम्युनिस्ट आपातकाल को सही ठहरा रहे हैं। जय प्रकाश नारायण को अमेरिकी खुफिया एजेंसी का एजेंट बता रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार और समाजवादी विचारक जयशंकर गुप्त कहते हैं कि आपातकाल को इंदिरा गांधी कभी सही न ठहरा सकीं, उसे नवधे विचारक झूठ के पुलिंदों से स्थापितRead More →

आपने अपने घर में बिल्ली पाल रखी है? सावधान हो जाएं। पूरी दुनिया में पालतू बिल्लियां धूल के कणों के बाद एलर्जी उभरने की दूसरी सबसे बड़ी वजह हैं। आइए जानते हैं कि पालतू बिल्ली से एलर्जी का खतरा क्यों ज्यादा होता है? पालतू बिल्लियों से एलर्जी का वास्तविक स्रोतRead More →

आयुर्वेद के मुताबिक खाने में स्टार्टर मिठाई होनी चाहिए। उसके बाद नमकीन, खट्टा, तीखा, कड़वा और फिर कसैला भोजन करना चाहिए, जबकि इस समय स्टार्टर तीखा या खट्टा होता है। इस समय की पार्टियों में खाने का क्रम आयुर्वेद के अनुकूल नहीं है, बता रहे हैं लखनऊ में शतभिषा आयुर्वेदRead More →

डॉ प्रदीप चौधरी क्लीनिक_कथा तीस साल का एक कपल आता है। महिला ने घुसते ही कहा मुझे थायरॉयड है, मुझे ख़ुराफ़ात सूझी मैंने कहा वो तो मुझे भी हैl अब हर कोई कुणाल कामरा का ऑडियंस तो नहीं की जो बोलो वो समझ भी आ जाए, तो मेरा जोक बेकारRead More →

अगर बाबर की औलादे और उन्हें मानने वाले गद्दार हैं तो राणा सांगा की औलादे और उनके समर्थक भी गद्दार हैं। कांग्रेस नेता तरुण पटेल ने कहा कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत पर हमले के लिए आमंत्रित किया था और इस हिसाबRead More →