संसद March of oppsiton in Adani case का गवाह बनी. अदाणी के संदिग्ध सौदों और देश की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने मार्च किया.
संपत्ति प्रबंधन कंपनी इलारा आईओएफ की अदाणी की रक्षा कंपनी में हिस्सेदारी की खबर को लेकर 15 मार्च 2023 को संसद में जोरदार हंगामा हुआ. कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने खबर को लेकर सरकार पर निशाना साधा.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अदाणी समूह की एक प्रमुख निवेशक अदाणी की रक्षा कंपनी में हिस्सेदार है. राहुल गांधी ने कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता किया जा रहा है. खबर के मुताबिक ‘इलारा इंडिया अपारच्यूनिटीज फंड’ (एलारा आईओएफ) मॉरीशस में पंजीकृत उन 4 इकाइयों में से एक है, जो अदाणी समूह की कंपनियों में प्रमुख शेयरधारक हैं. रिकॉर्ड से पता चलता है कि बेंगलूरू आधारित रक्षा कंपनी ‘अल्फा डिजाइन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड’ में अदाणी समूह के साथ इलारा आईओएफ का भी मालिकाना हक है. यह रक्षा कंपनी 2003 में बनी थी, और यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) एवं रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ मिलकर काम करती है.
अदाणी की इस कंपनी को 2020 में रक्षा मंत्रालय के साथ 590 करोड़ रुपये का एक ठेका मिला था. यह ठेका पिचोरा मिसाइल एवं रडार प्रणाली को उन्नत बनाने से जुड़ा था. इसे लेकर राहुल गांधी का ट्वीट देखें.
India's missile & radar upgrade contract is given to a company owned by Adani & a dubious foreign entity called Elara.
Who controls Elara? Why is India's national security being compromised by giving control of strategic defence equipment to unknown foreign entities? pic.twitter.com/DJIw7rxPB8
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 15, 2023
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी ट्वीट युद्ध में शामिल हो गईं और पूछा कि प्रधानमंत्री इस मसले पर चर्चा क्यों नहीं करना चाहते और वह जांच से क्यों भाग रहे हैं. प्रियंका के ट्वीट देखें…
देश के एक प्रमुख अखबार ने मॉरीशस की एक संदिग्ध कंपनी की अडानी ग्रुप की फर्म के साथ मालिकाना साझेदारी का खुलासा किया। अडानी ग्रुप की इस फर्म को ISRO-DRDO व रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण ठेके मिले हुए हैं।
लेकिन, प्रधानमंत्री जी न संसद में इस पर चर्चा चाहते हैं, न कोई जांच। क्यों? pic.twitter.com/COLXCnhDQb
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 15, 2023
उधर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘हम अडाणी के हैं कौन’ श्रृंखला जारी रखी. उन्होंने भी इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर को लेकर प्रधानमंत्री से सवाल किए. रमेश ने पूछा कि क्या एक अपारदर्शी विदेशी फंड, जिसका वास्तविक मालिक अज्ञात है, को एक संवेदनशील रक्षा कंपनी में इतनी बड़ी हिस्सेदारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए? यदि यह फंड, जैसा कि आरोप है, विनोद अदाणी और उनके सहयोगियों के लिए एक ‘स्टॉक पार्किंग’ इकाई है, तो क्या सरकार को इसके स्रोत के बारे में पूर्ण पारदर्शिता की मांग नहीं करनी चाहिए?
रमेश ने सवाल उठाते हुए कहा कि स्टॉक मार्केट की घटिया गतिविधियों में शामिल रहने के लिए कुख्यात, इलारा को अल्फा डिज़ाइन टेक्नोलॉजीज़ जैसी कंपनी में निवेश करने की मंजूरी कैसे मिली?
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने भी इलारा की साझेदारी को लेकर सरकार पर कटाक्ष किया. उनका ट्वीट देखें.
The “Chhupa Rustom” category award at the Oscars goes to @DRDO_India and @PIBHomeAffairs.
Happy to have uknown foreign funds controlling sensitive defense contracts! Only for their best friend Mr Adani. #BJP4Oscars pic.twitter.com/HtQlQa6IOy— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) March 15, 2023