Rush to evacuate foreign citizens from Sudan

Rush to evacuate foreign citizens from Sudan : सूडान से विभिन्न देश अपने नागरिकों को निकालने की कवायद में लगे हैं, जबकि भारत अभी घंटा बजा रहा है

सूडान में आपस में मारकाट मचाए सेना और अर्ध सैनिक बल ने युद्ध विराम की घोषणा कर दी है और विभिन्न देश  अपने नागरिकों को वहां से बाहर निकालने (Rush to evacuate foreign citizens from Sudan) जुट गए हैं

सूडान की सेना और रैपिड सपोर्ट फोर्स (आऱएसएफ) में पिछले एक पखवाड़े से मारकाट मची है. दोनों एक दूसरे पर बमबारी कर रहे हैं, रॉकेट दाग रहे हैं. सूडान की जनता अपने घरों में सिमटी है. खासकर सूडान की राजधानी खार्तूम (KHARTOUM) में स्थिति भयावह है. इस बीच लड़ रहे गिरोह ने युद्ध विराम की घोषणा कर दी है. ऐसे में विभिन्न विकसित देश अपने नागरिकों को सूडान से सुरक्षित निकालने में जुट गए हैं. भारत सरकार भी अपने नागरिकों की मदद की कोशिश कर रही है, लेकिन अब तक कोई कामयाबी नहीं मिल पाई है. इटली जैसे छोटे देश के स्वयंसेवक सूडान पहुंचकर लोगों की मदद कर रहे हैं. वहीं भारत में बड़ी बड़ी डींगें हांकने वाले राष्ट्रीय सेवक संघ (आरएसएस) ने अपना कोई दस्ता सूडान नहीं भेजा है, जबकि आरएसएस के स्वयंसेवक नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं.
आइए देखते हैं कि किस देश ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए क्या योजना बनाई है….

जर्मनी (GERMANY)

मंगलवार यानी 25 अप्रैल 2023 की सुबह जर्मन इवैकुएशन मिशन (German evacuation mission) ने 30 से ज्यादा देशों के 500 नागरिकों को बाहर निकाला है, जिसमें बेल्जियम, ब्रिटिश, डच, जॉर्डन और अमेरिका (Belgian, British, Dutch, Jordanian and U.S.) के साथ जर्मनी के नागरिक शामिल हैं. विदेश मंत्री अन्नालेना बार्बोक (Annalena Baerbock) ने कहा कि शेष जर्मन नागरिकों को निकालने की कवायद चल रही है, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि कितने लोगों को एयरलिफ्ट किए गए थे.

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फ्रांस (FRANCE)

फ्रांस ने सूडान से 500 से ज्यादा नागरिकों को निकाला है. इसमें 200 से ज्यादा फ्रेंच नागरिक हैं. इसके अलावा अमेरिकी, ब्रिटिश व अन्य नागरिक भी हैं. राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रां (Emmanuel Macron) ने कहा कि फ्रेन्च एक कमांडो क्रॉसफायर में फंस गया था, लेकिन अब सुरक्षित है. इसके अलावा पेरिस ने सूडान के बंदरगाह पर वारशिप भी भेजा है, जिससे लोगों को निकालने में मदद मिल सके.

इटली (ITALY)

इटालियन मिलिट्री (Italian military) ने दजिबोटी (Djibouti) से उड़ान भरकर इटली के 83 नागरिकों और 13 अन्य को निकालने की योजना बनाई है. विदेश मंत्री (Antonio Tajani) खुद इस काम में लगातार सक्रिय हैं. उन्होंने कहा है कि इटली के कुछ एनजीओ कार्यकर्ता और मिशनरी ने सूडान में ठहरने का फैसला किया है.

ब्रिटेन (BRITAIN)

ब्रिटेन ने कहा है कि वह अपने नागरिकों को सूडान से निकालने के लिए मंगलवार से व्यापक अभियान चला रहा है, जिसमें परिवारों व बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी. इसके अलावा वरिष्ठ नागरिकों व अस्वस्थ लोगों को भी वहां से निकाला जाएगा विदेश मंत्री (James Cleverly) ने कहा है कि वह अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. सरकार के अनुमान के मुताबिक सूडान में उसके करीब 4,000 नागरिक हैं. ब्रिटेन ने अपने राजनयिकों व उनके परिवारों को शनिवार को ही सूडान से बाहर निकाल लिया है.

नीदरलैंड्स (NETHERLANDS)

नीदरलैंड के विदेश मंत्री वोपके होएक्स्ट्रा (Wopke Hoekstra) ने कहा कि रविवार से अब तक यानी मंगलवार 25 अप्रैल 2023 तक 100 के करीब डच नागरिकों को सूडान से निकाला जा चुका है. जॉर्डन के लिए 4 डच इवैकुएशन फ्लाइट्स गईं, जिसने 14 देशों के करीब 70 नागरिकों को निकाला है. नीदरलैंड्स का लक्ष्य है कि सूडान में मौजूद करीब 150 डच नागरिकों को वापस लाया जाए. नीदरलैंड्स ने अंतरराष्ट्रीय कवायदों में हिस्सा बनते हुए 2 मिलिट्री विमान भेजे हैं, जो अन्य देशों के नागरिकों के लिए भी उपलब्ध हैं.

अमेरिका (UNITED STATES)

अमेरिकी सैनिकों ने शनिवार को अमेरिकन और कुछ विदेशी राजनयिकों को सूडान से निकाला है. वाशिंगटन ने सोमवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के मिशन दस्ते के साथ कुछ अमेरिकी नागरिक पोर्ट सूडान पर हैं. और कुछ दर्जन लोगों ने सूडान छोड़ने में दिलचस्पी दिखाई है. अमेरिका ने कहा है कि वह अपने नौसैनिकों की तैनाती कर रहा है, जिससे जरूरी होने पर इवैकुएशन में मदद की जा सके.

रूस (RUSSIA)

यूक्रेन के साथ जंग छेड़कर यूक्रेन के साथ रूस के नागरिकों की जान सासत में डालने वाला रूस अपने में ही फंसा है. रूस ने अब तक सूडान स्थित अपनी एंबेसी से या अपने देश के नागरिकों को सूडान की राजधानी खार्तूम से निकालने की कोई योजना नहीं बनाई है. क्रेमलिन के प्रवक्ता देमित्री पेस्कोव (Dmitry Peskov) ने कहा कि सूडान में स्थित रूस के लोग मॉस्को से संपर्क में हैं और उनसे लगातार सहयोग और बातचीत की जा रही है और सभी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं. इस सिलसिले में अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.

यूक्रेन (UKRAINE)

यूक्रेन ने कहा है कि उसने अपने 87 नागरिकों को बचाया है, जिसमें ज्यादतर पायलट, एयरक्राफ्ट टेक्नीशियन और उनके परिवार के लोग हैं. यूक्रेन ने कुल 138 नागरिकों को निकाला है, जिसमें जॉर्जिया और पेरू के नागरिक शामिल हैं.

जापान (JAPAN)

जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने कहा है कि सभी जापानी नागरिकों ने सूडान छोड़ने की इच्छा जाई है. सोमवार को 45 नागरिकों को जापान की एक सैन्य उड़ान (Japanese military flight) के माध्यम से निकाला गया है और फ्रांस व अन्य समूहों की मदद से 8 अन्य नागरिकों को निकाला गया है.

साइप्रस (CYPRUS)

साइप्रस ने मंगलवार 25 अप्रैल 2023 को कहा कि उसने मानवीय बचाव व्यवस्था (humanitarian rescue mechanism) को सक्रिय किया है, जिससे कि सूडान से विदेशी नागरिकों को निकाला जा सके.

चीन (CHINA)

चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ज्यादातर चीनी नागरिकों को पड़ोसी देशों के समूहों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया है.

दक्षिण अफ्रीका (SOUTH AFRICA)

दक्षिण अफ्रीका ने कहा है कि उसने अपने अंतिम 12 नागरिकों को मंगलवार को बाहर निकाल लिया, जो सूडान में थे.

सूडान में बुरा हाल

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि बायोलॉजिक हेजार्ड का खतरा सूडान की राजधानी खार्तूम में बढ़ गया है. 15 अप्रैल से शुरू हुए युद्ध के कारण आवासीय इलाके भी चपेट में आ गए और उन्हें पानी, बिजली, खाना आदि की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.

भारत के कितने लोग सूडान में फंसे हैं

इस तरह के संकट में भारत सक्रिय तो होता है, लेकिन सूडान में फंसे नागरिक बहुत गरीब लोग हैं. कर्नाटक के आदिवासी समुदाय के लोग फंसे हुए हैं. बीबीसी की एक खबर के मुताबिक सोमवार को 500 भारतीय सूडान के पोर्ट पर पहुंचे हैं. जिन्हें भारत लाने की कवायद चल रही है. उन्हें जेद्दा लाने के बाद एयरक्राफ्ट से भारत लाने की योजना है. भारत के करीब 4,000 नागरिक सूडान में फंसे हुए हैं.

 

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