गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अदाणी ग्रुप के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी ने कुछ भी नहीं छिपाया
शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद शेयर बाजार में लगातार पिट रहे अदाणी ग्रुप ने कहा है कि उसके पास न तो हाल फिलहाल में नकदी की कोई कमी है और न ही रिफाइनैंसिंग का कोई संकट है. माना जा रहा है कि कंपनी ने निवेशकों की घबराहट कम करने की कवायद में यह कहा है. उधर भारत के गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के बाद दूसरे नंबर के भाजपा के बड़े नेता अमित शाह ने कहा है कि उनके पास अदाणी समूह को लेकर छिपाने को कुछ नहीं है.
एक नजर इधर भीः यह सिर्फ अदाणी घोटाला नहीं, अदाणी-मोदी घोटाला हैः आम आदमी पार्टी
24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग की कारोबारी गतिविधियों को लेकर की गई टिप्पणी के बाद भारत के अरबपति गौतम अदाणी के समूह की शेयर बाजार में सूचीबद्ध 7 कंपनियों की बाजार पूंजी 120 अरब डॉलर कम हो गई है. अदाणी समूह ने करीब 250 पेज की सफाई जारी की थी, लेकिन वह निवेशकों का भरोसा नहीं जीत पा रही है.
एक नजर इधर भीः एसबीई के कर्ज के बदले अदाणी की इन 3 कंपनियो ने गिरवी रखे शेयर
अदाणी समूह को उम्मीद है कि वित्तवर्ष 2023 के अंत तक अदाणी इंटरप्राइजेज पर कुल कर्ज 258.15 अरब रुपये हो जाएगा, जो एक साल पहले के 240.49 अरब रुपये की तुलना में ज्यादा है. कुल मिलाकर समूह के पोर्टफोलियो कंपनियों का अनुमानित शुद्ध ऋण 1.96 लाख करोड़ रुपये है, जो एक साल पहले 1.48 लाख करोड़ रुपये था।
एक नजर इधर भीःअदाणी में शेयर खरीदने वाली इन 2 संदिग्ध कंपनियों की हो रही है जांच
अदाणी समूह के विवाद पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी ने इस मामले के संबंध में कुछ भी नहीं छिपाया है. विपक्ष लगातार हमलावर है और उसका कहना है कि सरकार ने अमेरिकी शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट के बाद पैदा हुए गतिरोध के बीच अदाणी समूह का समर्थन किया है.
भारत में मोदी के बाद भाजपा में सबसे ताकतवर राजनीतिज्ञ अमित शाह ने कहा, ‘अब यह मामला उच्चतम न्यायालय के संज्ञान में है. ऐसे समय में मंत्री के तौर पर मेरे द्वारा इस बारे में कोई टिप्पणी करना सही नहीं है।’
शाह ने कहा, ‘भाजपा के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है और न ही उसे डरने की कोई जरूरत है.’
उन्होंने सरकार के घोर पूंजीवाद के आरोपों का खंडन करते हुए विपक्ष को ललकारा कि यदि उनके पास सबूत हैं तो अदालत जाएं.
एक नजर इधर भीः ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री, अदाणी और नरेंद्र मोदी का क्या है रिश्ता
गृह मंत्री अमित शाह और कंपनी के पास पर्याप्त नकदी होने के कंपनी के बयान के बाद अदाणी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदाणी इंटरप्राइजेज को कुछ राहत मिली और 14 फरवरी, 2023 को अदाणी इंटरप्राइजेज के शेयर 10 प्रतिशत चढ़ गए. इसमें कंपनी के तिमाही मुनाफे की घोषणा का असर रहा. कंपनी ने घोषणा की है कि दिसंबर तिमाही में उसे 8.2 अरब रुपये का मुनाफा हुआ है, जबकि एक साल पहले 11.63 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
हालांकि अदाणी पावर और अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर 5 प्रतिशत पिटे, जबकि मुंबई बाजार 1 प्रतिशत बढ़ा.
अदाणी समूह की दो बड़ी कंपनियां अपने शॉर्ट टर्म कमर्शियल पेपर (सीपी) ऋण का भुगतान कर सकती हैं, जिसकी अवधि अगले कुछ माह में पूरी होने वाली है. इसे आगे बढ़ाए जाने की संभावना नहीं है, जैसा कि सामान्यतया होता है.
एक नजर इधर भीः अदाणी की इन कंपनियों की मूडीज ने घटाई रेटिंग
उधर इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक अदाणी समूह के अधिकारी पिछले सप्ताह से अबूधाबी की इंटरनैशनल होल्डिंग कॉर्प (आईएचसी) से बात कर रहे हैं. यह बातचीत अदाणी इंटरप्राइजेज या समूह की अन्य इकाइयों में पूंजी डालने को लेकर हो रही है.
एक नजर इधर भीः सेबी ने उच्चतम न्यायालय में कहा कि अदाणी समूह पर लगे आरोपों की हो रही है जांच
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक खबर के मुताबिक अदाणी के शेयरों में लगातार गिरावट के बीच फरवरी में शेयरों की खरीद-बिक्री में फिर से तेजी आ रही है. फरवरी में एनएसई और बीएसई में कुल मिलाकर रोजाना औसत कारोबार (एडीटीवी) करीब 59,346 करोड़ रुपये रहा है. इसमें पिछले महीने के 51,844 करोड़ रुपये के एडीटीवी की तुलना में करीब 15 प्रतिशत तेजी आई है.
वायदा एवं विकल्प में रोजाना औसत कारोबार जनवरी के 20.2 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 20.4 लाख करोड़ रुपये के एक नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया है.