चीन के नागरिक चांग चुंग-लिंग के अदाणी समूह के साथ रिश्तों को लेकर उठे सवाल, पूछा जा रहा है कि Adani ka China link Kya Hai
अदाणी समूह की कारोबारी गतिविधियों में चीन के एक नागरिक की संदिग्ध भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं. आरोप यह हैं कि अदाणी परिवार ने महत्त्वपूर्ण रक्षा अनुबंधों में एक चीनी नागरिक को शामिल किया. यह भी कहा जा रहा है कि सरकार इस मामले में अब तक आंख मूंदे हुए है और देश की सुरक्षा व रक्षा संबंधी गोपनीयता को लेकर उसे कोई चिंता नहीं है.
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कांग्रेस ने 6 मार्च, 2023 को आरोप लगाया कि चीन के नागरिक ने अदाणी समूह की गतिविधियों में संदिग्ध भूमिका निभाई है. पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि क्या सरकार को इस बात की कोई चिंता नहीं कि अदाणी परिवार ने रक्षा अनुबंधों में एक चीनी नागरिक को शामिल किया? रमेश ने आरोप लगाया, ‘चीन के नागरिक चांग चुंग-लिंग ने अदाणी समूह की गतिविधियों में संदिग्ध भूमिका निभाई है. इस व्यक्ति के गौतम अदाणी के बड़े भाई विनोद अदाणी के साथ उनके घनिष्ठ संबंध हैं.’
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उन्होंने सवाल किया, ‘क्या आपने (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने) अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में अदाणी के निकट सहयोगी को क्लीन चिट दिलवाना सुनिश्चित किया? क्या इसीलिए इतने सालों से यह जांच अधर में लटकी हुई है और कोई परिणाम नहीं निकल रहा है? क्या आपको इस बात की कोई चिंता नहीं कि अदाणी परिवार महत्त्वपूर्ण रक्षा अनुबंधों में एक चीनी नागरिक को शामिल कर सकता है?’
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रमेश ने आगे कहा, ‘भ्रष्टाचार के आरोप आने के तुरंत बाद संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड की मूल कंपनी फिनमेकेनिका के खिलाफ सक्रिय रूप से कार्रवाई आरंभ की, जिसका नाम बदलकर बाद में लियोनार्डो कर दिया गया. 26 अगस्त 2014 को लियोनार्डो कंपनी को भविष्य में भारतीय सैन्य निविदाओं में भाग लेने से प्रतिबंधित भी कर दिया गया. फिर भी 14 नवंबर 2021 को मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार ने अचानक अपना प्रतिबंध हटा दिया.’
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रमेश ने सवाल किया, ‘जब मामला लंबित था तो सरकार ने रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार की आरोपी कंपनी से प्रतिबंध क्यों हटा दिया है? क्या आप (नरेंद्र मोदी) एक बार फिर सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करके अदाणी समूह की रक्षा क्षेत्र में गतिविधियों को आसान बनाने का प्रयास कर रहे हैं?
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24 जनवरी 2023 को शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद कांग्रेस अदाणी समूह और प्रधानमंत्री पर लगातार हमले कर रही है. वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे. साथ ही यह भी बताया था कि तमाम भगोड़ों और भ्रष्टाचार में सजायाफ्ता लोगों को शीर्ष पदों पर बिठाया. अदाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार दिया, उसके बावजूद वह बाजार को भरोसा नहीं दिला पाई. अदाणी ग्रुप का कहना है कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है.
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सरकारी कारिंदे अदाणी के बचाव में
भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बैरी ओफैरल ने कहा कि अदाणी ग्रुप उनके देश में सफल कारोबार का संचालन करता है और वह सबसे बड़ा भारतीय निवेशक बना हुआ है. ओफैरल ने कहा कि अदाणी समूह पर आई अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से उपजे हालात पर भारतीय नियामकों को गौर करना है. उन्होंने कहा कि समूह द्वारा अपना ऑस्ट्रेलियाई कारोबार बंद करने की कोई भी रिपोर्ट नहीं है. ओफैरल ने अदाणी समूह के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘गौतम अदाणी के ऑस्ट्रेलिया में किए गए निवेश पूरी तरह सक्रिय हैं. स्वच्छ ऊर्जा एवं कोयला जैसे संसाधन मुहैया करा रहे हैं. मैंने ऐसी कोई भी रिपोर्ट नहीं देखी है कि ऑस्ट्रेलिया में उनका कामकाज ठप हुआ है या उसका कोई विपरीत असर पड़ा है.अदाणी समूह अब भी ऑस्ट्रेलिया में भारत से निवेश करने वाला अहम निवेशक हैं.’
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