अदाणी मोदी घोटाला

यह सिर्फ अदाणी घोटाला नहीं, अदाणी मोदी घोटाला हैः आप नेता संजय सिंह

अदाणी मोदी घोटाला में शुरू से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सक्रिय रूप से शामिल

शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के आंकड़े सामने आने के बाद अदाणी समूह तबाह है, उसके शेयर जमींदोज हैं. वहीं अदाणी समूह के चेयरमैन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्तों को लेकर सवाल उठने लगे हैं. आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने तमाम आंकड़ों का हवाला देते हुए इसे मोदी-अदाणी घोटाला करार दिया है. संजय सिंह ने इस महाघोटाले की जांच संसद की समिति से कराए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी एजेंसी से जांच की उम्मीद नहीं है, क्योंकि प्रधानमंत्री इस घोटाले में शामिल हैं.

देश के सभी प्राकृतिक संसाधन अदाणी को सौंपे गए

संजय सिंह का कहना है कि नरेंद्र मोदी के संरक्षण में अदाणी समूह के सारे घोटाले हुए हैं. उन्होंने कहा कि मोदी ने अदाणी समूह को बिजली दिया, कोयला दिया, गैस दिया, एयरपोर्ट दिया, सी-पोर्ट दिया, सड़क दिया यानी आकाश से लेकर पाताल तक तक सब कुछ नरेंद्र मोदी ने अदाणी को दे दिया. संजय सिंह ने कहा कि इस पर जब भी सवाल उठे, कभी कोई जांच नहीं हुई और जांच हुई तो इसका कोई परिणाम नहीं आया.

बैंकों से 2.5 लाख करोड़ रुपये अदाणी समूह को

संजय सिंह ने कहा कि अदाणी समूह को न सिर्फ जमीन, कोयला, एयरपोर्ट, पोर्ट, गैस आदि जैसे देश के प्राकृतिक संसाधन सौंप दिए गए, बल्कि व्यापार चलाने के लिए 2.5 लाख करोड़ रुपये नकद कर्ज दिया. उन्होंने कहा कि गरीब, किसान, बेरोजगार को ढाई लाख रुपये लेने में चप्पल घिस जाता है, लेकिन अदाणी को 2.5 लाख करोड़ रुपये एक झटके में दे दिया गया.

मोदी ने माफ किए अदाणी समूह के 84,000 करोड़ रुपये

संजय सिंह ने कहा कि जब अदाणी समूह डूबने लगा तो 84,000 करोड़ रुपये माफ कर दिया और मोदी ने एक आदमी को अमीर बनाने के लिए सब कुछ किया.

अदाणी समूह ने खोलीं फर्जी कंपनियां

संजय सिंह ने कहा कि अदाणी ने टैक्स हैवेन कंट्रीज में 38 फर्जी कंपनियां खोलीं. अपने भाई और रिश्तेदारों के माध्यम से देश का लाखों करोड़ रुपये काला धन इन कंपनियों में लगाया. मॉरीशस में 6 कंपनी एक ही पते पर खोली गईं, जिनके बोर्ड आफ डायरेक्टर्स के सदस्य और सेक्रेटरी के नाम एक ही हैं. उन 6 फर्जी कंपनियों ने 42,000 करोड़ रुपये अदाणी की कंपनियों में लगाया, जिनकी आमदनी का कोई पता नहीं है. इनकी जांच सेबी या किसी एजेंसी ने नहीं की.

भाजपा के नेताओं का काला धन अदाणी समूह में लगा

संजय सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेताओं की काली कमाई विदेश में खुली फर्जी कंपनियों के पास भेजी गईं. वही धन भारत में लाकर अदाणी समूह में लगाया गया. संजय सिंह ने कहा, ‘हम जेपीसी की मांग कर रहे है, यह काला धन भाजपा के नेताओं का है. लाखों करोड़ रुपये विदेश से लाया गया.’

जेपीसी से जांच की मांग क्यों

संजय सिंह का कहना है कि इस घोटाले में प्रधानमंत्री के सीधे संलिप्त होने के कारण जांच एजेंसियां कोई जांच नहीं करती हैं. इसके अलावा संजय सिंह ने कहा, ‘अदाणी का समधी सेबी का अधिकारी है, वह कैसे कार्रवाई कर सकता है.’

जनता का पैसा डूब रहा है, प्रधानमंत्री दें जवाब

संजय सिंह ने कहा कि लोगों ने इस उम्मीद से एलआईसी, एसबीआई में पैसे लगाए थे कि वह उनका सहारा बनेगा. तमाम लोगों ने बेटी के ब्याह के लिए एलआईसी पॉलिसी ले रखी है. तमाम लोगों ने बुढ़ापे में एक छोटा सा अपना घर बन जाए, इस चक्कर में एसबीआई के म्युचुअल फंडों, खातों में धन जमा कर रखा है. वह धन किसी न किसी माध्यम से अदाणी की कंपनी में लगा दिया गया और अब सरकारी संस्थाओं में जमा जनता का धन डूब रहा है. उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में बढ़त-घटत के मुताबिक लोगों को लाभ दिया जाता है और सरकारी कंपनियों और बैंकों ने शेयर बाजार में जो पैसे लगाए थे, वह अब डूब रहा है.

 

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