डॉ प्रदीप चौधरी क्लीनिक_कथा तीस साल का एक कपल आता है। महिला ने घुसते ही कहा मुझे थायरॉयड है, मुझे ख़ुराफ़ात सूझी मैंने कहा वो तो मुझे भी हैl अब हर कोई कुणाल कामरा का ऑडियंस तो नहीं की जो बोलो वो समझ भी आ जाए, तो मेरा जोक बेकारRead More →

अगर बाबर की औलादे और उन्हें मानने वाले गद्दार हैं तो राणा सांगा की औलादे और उनके समर्थक भी गद्दार हैं। कांग्रेस नेता तरुण पटेल ने कहा कि राणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को भारत पर हमले के लिए आमंत्रित किया था और इस हिसाबRead More →

टीला उस्मानपुर ही पावा गणराज्य है। दीपदान महोत्सव आयोजन समिति (D-MASK) के तत्वावधान में आयोजित पावा गणराज्य स्मृति महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ. रमाकांत कुशवाहा ने यह कहा. उन्होंने कहा कि इसकी खुदाई और इसके इतिहास को विश्व पटल पर लाने तथा इसे पर्यटनRead More →

पेट में प्लास्टिक जाने से तमाम तरह की गंभीर समस्याएं पैदा हो रही हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि जिन पक्षियों के पेट में प्लास्टिक था, उनमें न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग के साथ-साथ गुर्दे और यकृत रोग के लक्षण भी थे। ‘साइंस एडवांसेज’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में समुद्री पक्षियोंRead More →

नितिन त्रिपाठी “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना से प्रेरित भारत का परंपरागत समाज और आधुनिक अर्थव्यवस्था आज द्वंद्व में खड़े हैं। एक ओर ‘विविधता, समानता और समावेश’ की अवधारणा को पश्चिम से आयातित कर अपनाने की होड़ लगी है, तो दूसरी ओर ‘मेधा, उत्कृष्टता और बुद्धिमत्ता’ की नीति अपनी राहRead More →

ग्रहों में कुछ योग ऐसे होते हैं जो राज भोगने की ओर ले जाते हैं

महिला अधिकारों के प्रति उदासीनता को लेकर बढ़ते विरोध के बीच संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों ने लैंगिक समानता का लक्ष्य हासिल करने के लिए सोमवार को एक दर्जन से अधिक मोर्चों पर कार्रवाई में तेजी लाने की प्रतिबद्धता जताई। इस बात पर चिंता जताई गई कि बीजिंग प्रतिबद्धताRead More →

डॉ प्रदीप चौधरी आयुर्वेदाचार्य   स्पिरिचुअलिटी आजके समय में बहुत चर्चा में रहने वाला शब्द है । बहुत से लोग कुछ ना कुछ स्प्रिचुअल एक्टिविटी करते रहते हैं, विपश्यना ,चिल्ला घसीटना,ध्यान करना इसमें से कुछ हैं । कुछ दिन पहले एक कपल मेरे पास आया, वाइफ की शिकायत थी,मेरे पियाRead More →

सत्येन्द्र पीएस जब साहित्यिक संगोष्ठियों में जाता हूँ तो कुछ हवा ही नहीं लगती कि विद्वतजन कहना क्या चाहते हैं! सच बताऊं तो कुछ समझ में ही नहीं आता है साहित्य वगैरा। अज्ञेय राष्ट्रीय संगोष्ठी में बैठा हूँ। अज्ञेय मेरे प्रिय लेखकों में हैं। उनका लिखा हुआ नागार्जुन के लिखेRead More →

नई तकनीक कलाकारों को अवसर दे रही है। यू ट्यूब, फेसबुक, इंस्टा से लेकर तमाम तकनीकों ने युवाओं को बेहतरीन अवसर मुहैया कराए हैं।गोरखपुर के इनट्यून स्टूडियो पहुँचे उदय प्रकाश… कलाकारों को सिखाए नए जमाने के गुर जाने माने कवि, कथाकार और फिल्मकार उदय प्रकाश ने इनट्यून स्टूडियो से जुड़ेRead More →

एक दौर में अमीरों की बीमारी थी गठिया। यूरोप में किया जाता था गोमांस की पट्टियों और हंस के मांस के लेप से गठिया का इलाज। अब गठिया आम लोगों की बीमारी बनती जा रही है।इसकी वजह भी चिकित्सकों ने जान ली है। कुछ खानपान में परहेज और कुछ लाइफस्टाइलRead More →