दांतों का इस तरह से करें मसाज तो हमेशा दांत और मसूड़े रहेंगे स्वस्थ

पाचन क्रिया मुंह से शुरू होती है. ऐसे में दांत आपके स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाते हैं. दांत को कैसे स्वस्थ रखें, बता रहे हैं आयुर्वेद के चिकित्सक प्रदीप चौधरी…   कुछ दिन पहले एक 80+ की एक माता जी दिखाने आईं. मुँह को रुमाल से ढके हुईं थीं. मैंनेRead More →

खाना खाने का मन तभी करता है जब भूख लगी हो। अगर भूख न हो तो सारे व्यंजन बेकार होते हैं। खाना का असल स्वाद तब आता है जब पेट में आग लगी हो। और पेट में आग हो तभी खाना पचता है और शरीर में लगता है, बता रहेRead More →

शादियों के मौसम में अक्सर खानपान बिगड़ जाता है। आहार बिगड़ने का असर सेहत पर होता है। खाने के साथ पानी पिएं या नहीं, कितना पानी पिएं, क्या खाएं। इस तरह की तमाम चिंताएं होती हैं। इन चिंताओं का समाधान बता रहे हैं आयुर्वेद चिकित्सक डॉ प्रदीप चौधरी…   शादियोंRead More →

स्वयं को जान लेने से मिलती है आसक्तियों से मुक्ति और यह ज्ञान अंतरतम की गहराइयों में मौजूद

ज़िंदगी में सुख के पीछे भागने से सुख नहीं मिलता. आसक्ति की कोई सीमा नहीं होती. जब आसक्तियों से निरपेक्षता का भाव आता है, तभी जीवन सुखमय होता है. आसक्तियां दुख देती हैं, बता रहे हैं सत्येन्द्र पीएस…. व्यक्ति अपने वर्तमान से दुखी होता है. कोई कम दुखी है, कोईRead More →

म्यांमार में इस समय हिंसा चरम पर है. कई हथियारबंद गुट वहां की सेना के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं, वहीं कई गुटों को सेना का समर्थक भी माना जा रहा है. वहीं आम नागरिक तबाह हैं और देश के भीतर ही हजारों लोगों का विस्थापन हुआ है. समाचार एजेंसीRead More →

मनुष्य के जीवन में जो कुछ भी अच्छा या बुरा घटित हो रहा होता है ज्यादातर मामलों में उसका कोई योगदान नहीं होता

सत्येन्द्र पीएस बता रहे हैं कि हम किसी अदृश्य सत्ता द्वारा संचालित हैं. हमें नहीं पता होता है कि आगे हमारे साथ क्या होने वाला है. भारतीय दर्शन में यह जानने की कवायद की जाती रही है कि यह घटनाएं दुर्घटनाएं क्यों हो रही हैं. कल एक मित्र बता रहेRead More →

पेट में हर दर्द पथरी या अपेंडिक्स नहीं होता- खानपान का इन्फेक्शन भी हो सकता है

डॉ दिव्या पांडेय “कुछ खिलाकर लाए हैं आप बच्चे को?”– कुश के पेट की सोनोग्राफी जाँच के दौरान उसके पिचके हुए गॉल-ब्लैडर को देखकर साथ आये उसके पापा से मुझे पूछना ही पड़ाI “नहीं मैडम , सुबह तीन बजे के निकले हैं , कुछ नहीं खिलाया तब से I माँगRead More →

भरोसे को धंधा बनाने पर ही यह टूटता है- अगर भरोसा टूटता तो ईश्वर से विश्वास उठ जाता

किसी पर भरोसा करना निजी अनुभूति और निजी सुख का मामला है. अगर कोई व्यक्ति किसी पर स्वार्थवश भरोसा करता है तो उसके टूटने पर बड़ी तकलीफ होती है. भारत का पूरा भक्तिमार्ग भरोसे पर चलता है. अक्सर लोग कहते हैं कि उन्हें भगवान पर भरोसा है. अगर यह स्वार्थRead More →

अतिवाद से बचते हुए मध्यमार्ग अपनाएं जिससे सुखी बनेगा जीवन भारत में व्यापक रूप से दीपालली मनाई जाती है. दीपावली का त्योहार आते ही इसके समर्थन और विरोध की धूम मच जाती है. खुशियों भरे एक रंग बिरंगे त्योहार में भी लोगों के बीच वैचारिक तलवारें खिंच जाती हैं. मध्यमार्ग अपनाने की सलाह दे रहे हैं सत्येन्द्र पीएस..

भारत में व्यापक रूप से दीपावली मनाई जाती है. दीपावली का त्योहार आते ही इसके समर्थन और विरोध में तलवारें खिंच जाती है. खुशियों भरे एक रंग बिरंगे त्योहार को लेकर भी लोगों के बीच भयानक वैमनस्य होता है. मध्यमार्ग अपनाने की सलाह दे रहे हैं सत्येन्द्र पीएस.. जीवन मेंRead More →

मनुष्य को स्वतंत्रता में खुशी मिलती है धन में नहीं

पूंजीवाद और साम्यवाद धन पर केंद्रित विचारधाराएं हैं. इसके अलावा भी जितनी भी शासन की विचारधाराएं आईं, वह मनुष्यों को गुलाम बनाने की कवायद करती हैं. इसकी वजह से तरह तरह की अशांति आई और इसके कारण मानव दुखी हैं, बता रहे हैं सत्येन्द्र पीएस….   मनुष्य की सबसे बड़ीRead More →