जलाशय की तरह पवित्र और गहरे बन जाइए यही सुख का मार्ग है

कल से ही मोहल्ले में हुआ एक हादसा घूम रहा है दिमाग में। एक अग्रवाल फेमिली है जो जयपुर जा रही थी किसी पारिवारिक उत्सव में शामिल होने। बस का एक्सीडेंट हुआ। पति पत्नी और 15 साल का बेटा उस एक्सीडेंट में मर गए। इंटर में पढ़ने वाली एक बेटीRead More →

धर्म रस का पान करने वाला प्रसन्न चित्त से सुखपूर्वक सोता है पण्डित बुद्ध के उपदिष्ट धर्म में सदा रमण करता है

धर्म रस का पान करने वाला प्रसन्न चित्त से सुखपूर्वक सोता है, पण्डित बुद्ध के उपदिष्ट धर्म में सदा रमण करता है। नहर वाले पानी को ले जाते हैं, बाण बनाने वाले बाण को ठीक करते हैं, बढ़ई लकड़ी को ठीक करते हैं और पण्डितजन अपना दमन करते हैं। जैसे ठोस पहाड़Read More →

आप जो सोचते हैं वैसा ही काम करते हैं

आप जो सोचते हैं, वैसा ही काम करते हैं। और जिस चीज के बारे में बड़ी गम्भीरता से सोचते हैं, वह आपके दिमाग मे चलने लगता है। आपका वह विचार आपका मस्तिष्क कई गुना बढ़ाता है। आप सोचते जाते हैं और फिर ख्वाबो की दुनिया मे डूबते जाते हैं। आपRead More →