गर्भाशय विकसित नहीं हुआ तब भी लड़की एकदम सामान्य है उसे अपराधबोध में न डालें

अगर किसी लड़की को गर्भाशय नहीं है और वह बच्चे नहीं पैदा कर सकती है, तब भी वह सामान्य है. सब कुछ कर सकती है, जो सामान्य लड़की करती है.  लेकिन परिवार और समाज उनमें अपराध बोध भर देता है. इससे बचने की जरूरत है, बता रही हैं जानी मानीRead More →

दांतों का इस तरह से करें मसाज तो हमेशा दांत और मसूड़े रहेंगे स्वस्थ

पाचन क्रिया मुंह से शुरू होती है. ऐसे में दांत आपके स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाते हैं. दांत को कैसे स्वस्थ रखें, बता रहे हैं आयुर्वेद के चिकित्सक प्रदीप चौधरी…   कुछ दिन पहले एक 80+ की एक माता जी दिखाने आईं. मुँह को रुमाल से ढके हुईं थीं. मैंनेRead More →

खाना खाने का मन तभी करता है जब भूख लगी हो। अगर भूख न हो तो सारे व्यंजन बेकार होते हैं। खाना का असल स्वाद तब आता है जब पेट में आग लगी हो। और पेट में आग हो तभी खाना पचता है और शरीर में लगता है, बता रहेRead More →

शादियों के मौसम में अक्सर खानपान बिगड़ जाता है। आहार बिगड़ने का असर सेहत पर होता है। खाने के साथ पानी पिएं या नहीं, कितना पानी पिएं, क्या खाएं। इस तरह की तमाम चिंताएं होती हैं। इन चिंताओं का समाधान बता रहे हैं आयुर्वेद चिकित्सक डॉ प्रदीप चौधरी…   शादियोंRead More →

पेट में हर दर्द पथरी या अपेंडिक्स नहीं होता- खानपान का इन्फेक्शन भी हो सकता है

डॉ दिव्या पांडेय “कुछ खिलाकर लाए हैं आप बच्चे को?”– कुश के पेट की सोनोग्राफी जाँच के दौरान उसके पिचके हुए गॉल-ब्लैडर को देखकर साथ आये उसके पापा से मुझे पूछना ही पड़ाI “नहीं मैडम , सुबह तीन बजे के निकले हैं , कुछ नहीं खिलाया तब से I माँगRead More →

आयुर्वेद में तमाम दवाएं गलत काम्बिनेशन के कारण हानिकारक साबित होती हैं। बता रहे हैं डॉ प्रदीप चौधरी मेरे एक मित्र बता रहे हैं, उनके किसी जानने वाले ने दर्द के लिए महा योगराज गुग्गुल लिया, अब लेड पॉइज़निग हो गयी है। एक बात समझिये, आयुर्वेद में दो तरह कीRead More →

कांस्टीपेशन खासकर बढ़ती उम्र की आम समस्या है। यह तमाम बीमारियों की जड़ है। कुछ सावधानियों से कांस्टीपेशन से बचा जा सकता है, बता रहे हैं आयुर्वेद के चिकित्सक डॉ प्रदीप चौधरी आज एक मित्र पूछ रहें हैं,कॉंस्टिपेशन का परमानेंट इलाज क्या है? एक बात समझिये। “Health is a stateRead More →

महिलाओं को शारीरिक रूप से मजबूत बनने की जरूरत है। कवियों की कल्पनाओं की कोमलांगी महिलाओं से देश का अहित हो रहा है और महिलाओं का शोषण बढ़ रहा है। भारत मे महिलाओं के रूप रंग का वर्णन कुछ इस तरह किया जाता है जैसे वह कोई छुई मुई हों।Read More →

मेडिकल साइंस में रोज नए प्रयोग हो रहे हैं। भारत में तो डॉक्टरों को भगवान बना दिया गया है, लेकिन हकीकत यह है कि ऑटिज्म या कांस्टिपेशन जैसी मामूली लगने वाली समस्याओं में भी मेडिकल साइंस धुप्पलबाजी में जी रहा है। मेडिकल साइंस,खासकर एलोपैथी को लेकर लोगों में दीवानगी टाइपRead More →

स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को केरल में मिली विशेष सुरक्षा

भारत में मेडिकल स्टाफ अतिरिक्त बोझ से जूझ रहा होता है. स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को केरल में मिली विशेष सुरक्षा से इस सेवा से जुड़े लोगों का विश्वास लौटेगा. स्वास्थ्य क्षेत्र में खासकर सरकारी कर्मचारी विशेष तनाव से गुजरते हैं. खासकर अस्पताल आने वाले लोग तनाव में होतेRead More →