दिलीप मंडल के फेसबुक पेज से.. ये सही है कि फूलन देवी ने बेहमई में जिन 21 लोगों को मारा या जिनको मारने का आरोप उन पर लगाया जाता है, वे ठाकुर थे। लेकिन ये न भूलें कि वह गाँव जिस किसी भी जाति या धर्म का होता, उनकी अपनीRead More →

औरतों को अपनी इज्जत अपनी योनि में मानने से इंकार करना होगा

महाभारत से लेकर मणिपुर तक औरतों के शोषण का एक लंबा इतिहास रहा है. दुर्भाग्य से कुछ पुरुष ऐसी बातों पर शर्मिंदा होने के बजाय किसी न किसी तरीके से उसे जस्टीफाई करते नजर आते हैं. महिलाओं के शोषण पर आक्रोश जतातीं डॉ विजयश्री मल्ल… फूलन केवल भारत की हीRead More →

महात्मा गांधी केवल आन्दोलनबाज नहीं थे। बेकार, बेरोजगार, हारे पिटे भारतीयों को उन्होंने नई जीवनशैली दी थी। जब गांधी ने कोचरब में 1915 में 25 लोगों के साथ पहला आश्रम बनाया तो यह भी ध्यान में रखा कि यहां सूत मिलता है और चरखा व कपड़ा बुनने का काम यहाँRead More →

भाजपा का ब्राह्मण एजेंडा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ब्राह्मणों के लिए खजाना खोल देने की घोषणा की है. भाजपा का ब्राह्मण एजेंडा में कर्मकांड की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को मानदेय देना, पुजारियों को हर माह तनख्वाह देना शामिल है.  ब्राह्मणों की लड़कियों के मुस्लिम के साथ विवाह को लेकरRead More →

नया संसद भवन और मेडलिस्ट पहलवानों का प्रतिरोध

नया संसद भवन और मेडलिस्ट पहलवानों का प्रतिरोध 28 मई, 2023 को दिल्ली का एक नया इतिहास लिखकर चला गया. यह ऐतिहासिक दिन लोकतंत्र की राजशाही भव्यता और सड़कों पर घसीटे जाते उन आम नागरिकों के लिए जाना जाएगा, जिनके मेडल जीतने पर कभी भारत ने उन्हें सर आंखों परRead More →

oxfam report 2023

Oxfam report 2023 के मुताबिक कंपनियों ने अपने सीईओ और शेयरधारकों के वेतन तो खूब बढ़ाए हैं, लेकिन सामान्य कर्मचारियों का जीना हराम कर दिया. प्रीति सिंह क्या आपको पता है कि भारत में प्राइवेट नौकरी करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के वेतन में कितना अंतर है? Oxfam report 2023Read More →

सवर्ण लैंड बनाने की मांग

मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू होते ही जगह जगह दीवारों पर अलग सवर्ण लैंड बनाने की मांग के नारे लिखे गए जीतेन्द्र नारायण 1990 का साल बिहार के मुजफ्फरपुर ज़िला और शहर के लिए एक Transition का साल था जो प्रशासन से लेकर राजनीति तक में एक बड़ा बदलाव लेकरRead More →

LGBTQIA++

LGBTQIA++ के 400 अभिभावकों ने प्रधान न्यायधीश से विवाह में समानता के अधिकार की मांग की है भारत के करीब 400 अभिभावकों ने देश के प्रधान न्यायाधीश धनंजय वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर अपने LGBTQIA++ बच्चों के लिए ‘विवाह में समानता’ का अधिकार मांगा है. न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ समलैंगिक विवाह कोRead More →

पश्चिम बंगाल के कुर्मी समुदाय

पश्चिम बंगाल के कुर्मी समुदाय की मांग है कि उनके सरना धर्म को मान्यता दी जाए, उनकी कुरमाली भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किया जाए और आदिवासी के रूप में उनकी मान्यता बहाल की जाए. पिछले एक सप्ताह से पश्चिम बंगाल के कुर्मी समुदाय ने व्यापक आंदोलनRead More →

बच्चों में परफेक्शन

बच्चों में परफेक्शन की जरूरत क्या है, जीने दें बच्चों को अपनी जिंदगी सौरभ प्रभाकर बच्चों में परफेक्शन के लिए मारामारी रहती है. नया सेशन शुरू हो गया है. नई क्लास शुरू हो गई है. नई-नई किताबें आ गई होंगी बच्चों की. एक नई शुरुआत है बच्चों के लिए औरRead More →