ध्रुव गुप्त
गर्मी के दिन शुरू होते ही विदेशी कोल्ड ड्रिंक के प्रति देश की युवा पीढ़ी की दीवानगी परवान चढ़ने लगती है। यह दीवानगी स्वाद या स्वास्थ की नहीं, फैशन की होती है। कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियों के आक्रामक प्रचार से प्रभावित होकर आधुनिक दिखने और कहलाने की ज़िद में हर साल देश के अरबों-खरबों रुपए हम विदेश भेज रहे हैं। वह भी तब जब ये तमाम कोल्ड ड्रिंक्स हमारे स्वास्थ्य के लिए धीमे जहर की तरह हैं।
तमाम देसी विकल्प मौजूद
आसपास नज़र दौडाइए तो इन कोल्ड ड्रिंक्स के कई स्वस्थ, स्वादिष्ट और खांटी देशी विकल्प हमारे यहां मौजूद हैं। लस्सी, छाछ, बेल, तरबूज और नींबू के शर्बत, ठंढई, जलजीरा ऐसे ही कुछ गुणकारी देशी पेय हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय चने का सत्तू इन सबसे आसानी से तैयार हो जाने वाला पेय भी है और इंस्टेंट फास्ट फूड भी।
चने का सत्तू आजमाएं
प्यास और थोड़ी भूख भी महसूस हो तो एक ग्लास पानी में दो-तीन चम्मच चने का सत्तू घोल लें। उसमें नमक, नींबू की कुछ बूंदें, बर्फ के कुछ टुकड़े और अगर उपलब्ध हो तो भूने जीरे का पाउडर और पुदीने की चंद पत्तियां डालकर पी लें। इसके स्वाद, ताजगी और इससे हासिल संतुष्टि का मुकाबला दुनिया की कोई भी ड्रिंक या फास्ट फ़ूड नहीं कर सकता। आपको यह शीतलता का अहसास भी देगा और लू के थपेड़ों से भी बचाएगा।
यह घर में ही नहीं, सफ़र में भी आपका बेहतरीन दोस्त है। यात्रा में अपने साथ बैग में एक ग्लास, एक चम्मच, एक पैकेट चने का सत्तू, नमक, नींबू और पानी की बोतल रखें। प्यास भी दूर होगी, हल्की भूख भी और बोरियत भी ! तुरंत तैयार हो जाने के कारण बिहार के गांव-देहात में इस जबरदस्त देशी ड्रिंक या इंस्टेंट फास्ट फ़ूड को कुछ लोग ‘तुरंता’ भी कहते हैं।