संसद की समिति से अदाणी मामले की जांच की मांग

अदाणी मामले की जांच में विपक्षी दल कांग्रेस को उच्चतम न्यायालय की समिति की जांच पर भरोसा क्यों नहीं है

कांग्रेस संसद की समिति से अदाणी मामले की जांच की मांग कर रही है और उसका कहना है कि संसद में उठे सवालों का जवाब संसदीय समिति ही खोज सकती है

उच्चतम न्यायालय ने अदाणी मामले की जांच के लिए समिति गठित कर दी. मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा, न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला के पीठ ने कहा कि समिति इस मामले में पूरी स्थिति का आकलन करेगी. साथ ही निवेशकों को जागरूक करने और शेयर बाजारों की मौजूदा नियामकीय व्यवस्था को मजबूत करने के उपाय सुझाएगी. पीठ ने केंद्र सरकार के साथ-साथ वित्तीय सांविधिक निकायों, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरपर्सन को समिति को जांच में पूरा सहयोग देने का निर्देश दिया है. वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को यह समिति उपयोगी नहीं लग रही है.

कांग्रेस का क्या कहना है

कांग्रेस का कहना है कि अदाणी ग्रुप से जुड़े मामले में उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित समिति की जांच से सिर्फ भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियमों का उल्लंघन होने या न होने के बारे में पता चलेगा. इस प्रकरण को लेकर संसद में जो सवाल उठाए गए, उनके जवाब सिर्फ संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच से ही मिल सकते हैं.

मामला राजनीति व कॉर्पोरेट के सांठगांठ का

कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश का कहना है कि यह मामला राजनीति और कॉरपोरेट के बीच सांठगांठ का है. ऐसे में इस पर संयुक्त संसदीय समिति द्वारा जांच की जानी चाहिए. रमेश ने कहा कि यह मामला सिर्फ सेबी के नियमों के उल्लंघन तक ही सीमित नहीं है.  इसमें और भी कई मुद्दे शामिल हैं. इससे जुड़े सवालों के जवाब उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित जांच समिति नहीं दे सकती है. यह जवाब संसदीय समिति की जांच से ही मिल सकता है. रमेश का कहना  है कि न्यायालय की समिति भले अपनी जांच करेगी, लेकिन हमें कोई उम्मीद नही है.

संसद में उठे सवाल कार्रवाई से हटे

राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद में अदाणी मामले पर सवाल उठाए थे. सत्तासीन भाजपा की बहुमत वाली संसद के जिम्मेदार लोगों ने उन सवालों को संसद की कार्यवाही से हटा दिया है. कांग्रेस का मानना है कि उन सवालों के जवाब जेपीसी के माध्यम से ही देश के सामने आ सकते हैं.

अदाणी-हिंडनबर्ग पर समिति को लेकर आम आदमी पार्टी ने क्या कहा

आम आदमी पार्टी ने कहा कि अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट समेत शेयर बाजार के विभिन्न नियामकीय पहलुओं की जांच के लिए गठित समिति नरेंद्र मोदी सरकार पर ‘‘जोरदार तमाचा’’ है. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि इससे साबित हो गया कि मोदी सरकार भ्रष्ट और नाकारा है. सिंह ने कहा कि यह मोदी सरकार पर जोरदार तमाचा है. सिंह ने कहा कि विपक्षी दल अदाणी समूह के खिलाफ आरोपों की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग कर रहे हैं, लेकिन मोदी सरकार ने इसे खारिज कर दिया है और आखिरकार शीर्ष अदालत को आखिरकार हस्तक्षेप करना पड़ा.

 

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