गुजरात के युगल ने थाईलैंड में बेटे को बंधक बनाने का दावा किया… जांच शुरू

गुजरात के वडोदरा में रहने वाले एक युगल ने दावा किया है कि उनके 28 वर्षीय बेटे को थाईलैंड में पांच महीने से बंधक बनाकर रखा गया है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
वडोदरा में रहने वाले नागरभाई रानपारा और उनकी पत्नी रीता ने दावा किया कि उनके बेटे तुषार से पिछले पांच महीने से संपर्क नहीं हो पाया है और उन्हें संदेह है कि उसे एजेंटों ने थाईलैंड में बंधक बना रखा है, जिन्होंने लगभग एक साल पहले उसे इस दक्षिणपूर्व एशियाई देश में जाने के लिए राजी किया था।
मुख्य तथ्य:
• पीड़ित का विवरण: तुषार रानपारा (28 वर्षीय), वडोदरा निवासी नागरभाई रानपारा और उनकी पत्नी रीता का बेटा।
• घटना का विवरण:
o तुषार अप्रैल 2024 में दो स्थानीय आव्रजन एजेंटों की मदद से दुबई एक निजी कंपनी में काम करने गया।
o सितंबर 2024 में दुबई के एजेंट अभिषेक कुमार ने उसे थाईलैंड भेज दिया।
o थाईलैंड पहुंचने के बाद वह वीडियो और वॉयस कॉल्स के माध्यम से संपर्क में था, लेकिन पिछले पांच महीनों (लगभग अप्रैल 2025 से) से कोई संपर्क नहीं।
o माता-पिता को शक है कि एजेंटों ने उसका फोन छीन लिया और उसे बंधक बनाकर उसकी मर्जी के बिना काम करवा रहे हैं।
• शिकायत और जांच:
o माता-पिता ने कुछ दिनों पहले वडोदरा के समा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई और बेटे का पता लगाने व घर लाने की मांग की।
o सहायक पुलिस आयुक्त (जी डिवीजन) जीबी बांभनिया ने मामले को गंभीर बताते हुए जांच वडोदरा शहर की क्राइम ब्रांच को सौंप दिया।
o पुलिस का उद्देश्य: तुषार का पता लगाना और जल्द से जल्द संपर्क स्थापित करना।
• अपील: नागरभाई ने गुजरात और केंद्र सरकार से बेटे को खोजने और सुरक्षित वापस लाने की अपील की।
अपडेट्स (18 सितंबर 2025 तक):
• वर्तमान तिथि के अनुसार, कोई नया अपडेट उपलब्ध नहीं है। जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, और क्राइम ब्रांच थाईलैंड के अधिकारियों या भारतीय दूतावास से संपर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।
• यह मामला विदेशी मानव तस्करी से जुड़ा हो सकता है, जो दक्षिण-पूर्व एशिया में आम समस्या है। इसी तरह के मामलों में, भारतीय मिशन (जैसे थाईलैंड में भारतीय दूतावास) अक्सर सहायता प्रदान करते हैं।
• X (पूर्व ट्विटर) पर इसकी चर्चा अभी सीमित है; कोई प्रमुख पोस्ट या थ्रेड नहीं मिला, जो दर्शाता है कि यह अभी स्थानीय स्तर पर ही प्रमुख है।

नागरभाई और रीता ने कुछ दिन पहले वडोदरा के समा पुलिस थाने में एक आवेदन दिया था और अपने बेटे का पता लगाने तथा उसे घर वापस लाने के लिए मदद मांगी थी। सहायक पुलिस आयुक्त (जी डिवीजन) जीबी बांभनिया ने बुधवार को बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच वडोदरा शहर की अपराध शाखा को सौंप दी गई है।
बांभनिया ने बताया, ‘‘तुषार के माता-पिता की शिकायत के अनुसार वह पिछले साल अप्रैल में दो स्थानीय आव्रजन एजेंटों की मदद से एक निजी कंपनी में काम करने दुबई गया था। फिर, दुबई के एक एजेंट अभिषेक कुमार ने उसे सितंबर 2024 में थाईलैंड भेज दिया। दोनों ने दावा किया कि तुषार ने पांच महीने पहले उनसे बातचीत बंद कर दी थी।’’
अधिकारी ने बताया, ‘‘माता-पिता को शक है कि उनके बेटे को बंधक बनाकर उसकी मर्ज़ी के बिना काम करवाया जा रहा है। तुषार का पता लगाने और उससे जल्द से जल्द संपर्क करने के लिए जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है।’’ नागरभाई ने गुजरात और केंद्र सरकार से अपने बेटे का पता लगाने और उसे घर लाने की अपील की।

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