एक ओर जहां सियासत सत्ता के खेल में देश समाज को धर्म के नाम पर बांटने की साज़िशों में लगी हुई है, वहीं दूसरी ओर देश का आम नागरिक समाज़ अपनी साझी विरासत की जड़ों को सींचने में अपने अपने स्तर पर काम करता रहता है। कभी तो सड़क पर बेसहारा-बेआसरा भटक रहे कुम्भ यात्रियों के लिए मस्जिदों के दरवाजे खोल दिए जाते हैं तो कभी गणेश मंदिर में नमाज़ के लिए जगह दी जाती है। कहीं तो मुस्लिम समाज कांवड़ियों की सेवा सत्कार में सड़क पर खड़े हो जाते हैं तो कहीं हिन्दू भाई होली में रमज़ान के ज़ुमे की नमाज पढ़ने जा रहे मुस्लिम भाइयों पर फूलों की बरसात कर अपनी सदियों पुरानी साथ रहने की रिवायत का परिचय देते हैं।
इसी सिलसिले में, 17 मार्च 2015, की शाम गोरखपुर के इतिहास की अनूठी शाम थी जब प्रतिभाशाली संगीत कलाकारों को मौका देने वाले रिकॉर्डिंग स्टूडियो इनट्यून प्रोडूक्शन्स, गोरखपुर और भोजपुरी संगीत की सेवा में रत संस्था मिसरी के तत्वाधान में “इफ़्तार संग होली मिलन” के अनूठे कार्यक्रम का आयोजन समाज सेवी शैलेन्द्र कबीर और गोरखपुर की सक्रिय सांस्कृतिककर्मी श्रीमती सुनयना सिंह जी के द्वारा हुआ ।
कार्तिकेय द्विवेदी की सुंदर ग़ज़ल गायकी, आदर्श आदी और शगुन के लोक गीत, आदित्य के सूफ़ी गीत, होली गीत और चैती, सृष्टि और निकिता में कत्थक नृत्य, अभिषेक यादव और पवन के सुंदर ढोलक वादन से सजी ये यादगार शाम थी जिसमे जनाब शीराज़ अहमद अब्दुल्लाह, सुबूर अब्दुल्लाह, आर एस रहमान, तलहा रहमान, समाजसेवी प्रवीण श्रीवास्तव, जटाशंकर,गोरखपुर गुरुद्वारा समिति के अध्यक्ष सरदार जसपाल, भूतपूर्व रेडियो आर जे और मीडिया प्रोडक्शन हाउस के मालिक अनुराग और दीप्ति, एचएस मल्ल, गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गौरहरी बेहरा, प्रोफेसर सुनीता मुर्मू, कलीमुल्लाह, नईम, आकृति विज्ञा अर्पण, फ़ैज़, दानिश, उभरते हुए युवा शायर सलीम मज़हर, फ़िल्म निर्माता निर्देशक प्रदीप सुविज्ञ, महेश सिंह, राधिका सिंह, सुनयना सिंह, उदय, प्रांजल, राकेश मोहन समेत अनेकों लोगों ने शिरक़त की और अपनी साझी विरासत का भरपूर लुत्फ़ उठाया।
कार्यक्रम की शुरुआत, जीवन की आखिरी सांस तक भाईचारे और साझा विरासत के लिए काम करने वाले प्रमुख समाजसेवी स्वर्गीय अनस आबदीन जी को श्रद्धांजलि अर्पित करके हुई.
Inntune और मिसरी के तत्वाधान में आज आयोजित हुए रंगारंग Holi milan with Iftaar कार्यक्रम का जिसे सभी ने बहुत सराहा और प्रण लिया कि इस तरह के आयोजनों की संख्या और बढाई जाएगी।