सरकार चाहे जिसकी बनाओ, मोदी के कहर से हमें बचा लो

मोदी के कहर से विपक्ष खौफजदा है, वहीं राहुल गांधी उसे इंज्वाय कर रहे हैं और भारी पड़ रहे हैं

अश्विनी कुमार श्रीवास्तव

“सूरज की तपन तुमसे बर्दाश्त नहीं होती

एक मोम के पुतले सा किरदार तुम्हारा है

वैसे तो हर एक शह में जलवे हैं तुम्हारे ही

दुश्वार बहुत लेकिन दीदार तुम्हारा है”

यह बेहद मशहूर पंक्तियां हैं एक कविता की, जिसकी बाकी पंक्तियां मैं इसी लेख में आगे लिखूंगा। फिलहाल इन चुनींदा पंक्तियों को शुरू में इसलिए लिखा क्योंकि ऐसा लगता है कि अदानी मसले पर राहुल गांधी के हंगामे से जो दशा आजकल मोदी जी की है, वह इन्हीं पक्तियों से सटीक बयां हो सकती है।

राहुल तो इस मसले को उठाने के बाद से ही चौतरफा विपत्तियों से घिर चुके हैं। संसद से बाहर हुए, चुनाव भी नहीं लड़ सकते और अब सरकारी घर से भी बेदखल होने वाले हैं…

जाहिर है, कांग्रेसी खेमा यही आरोप लगा रहा है कि इन सब विपत्तियों के शिल्पकार नरेंद्र मोदी हैं… क्योंकि वह नहीं चाहते कि अदानी का मामला राहुल लगातार इसी तरह उठाते रहें और मजबूर होकर मोदी को कहीं इस पर सफाई पेश करनी पड़े या फिर जेपीसी गठित करनी पड़ जाए।

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फिलहाल तो कांग्रेस के इन आरोपों की जांच भी मोदी सरकार को ही करनी है। अगर कांग्रेस के इन आरोपों को सच मान लिया जाए कि मोदी सचमुच अदानी मसले पर राहुल के सवालों से इतना ही खौफ खाने लगे हैं तो फिर तो बड़ा मुश्किल है कि राहुल को अब मोदी राज में न्याय मिल पाए।

ऐसे में राहुल का हाले दिल बयां करने के लिए ऊपर लिखी अधूरी कविता की बाकी पंक्तियां भी लिखी जा सकती हैं।

“लश्कर भी तुम्हारा है, सरदार तुम्हारा है.

तुम झूठ को सच लिख दो अखबार तुम्हारा है.

इस दौर के फरियादी जायें तो कहा जायें.

कानून तुम्हारा है, दरबार तुम्हारा है…

लिहाजा राहुल को सड़कों पर उतरकर जनता से ही यह विनती करनी पड़ेगी कि चाहे बहुमत दो या मिली जुली सरकार बनवाओ लेकिन किसी भी तरह से उन्हें मोदी जी के प्रकोप से बचा लो।

हालांकि जनता को तो घंटा फर्क नहीं पड़ता कि अदानी ने घोटाला किया है या नहीं क्योंकि वह इस वक्त धर्म और देश की रक्षा के लिए मोदी जी को अपना मसीहा मान चुकी है।

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जनता का ऐसा अंधा समर्थन पाकर भी मोदी जी न जाने क्यों जेपीसी से घबरा रहे हैं या अदानी पर संसद, जनता और मीडिया के सवालों से कतरा रहे हैं? उनके फकीर वाले झोले में अरबों खरबों रुपए आ ही नहीं सकते और उनके आगे – पीछे भी कोई नहीं है, जो उसके लिए वह अदानी के साथ मिलकर देश का धन लूटें।

जब कर नहीं तो डर कैसा या सांच को आंच नहीं टाइप किसी मुहावरे को आदर्श मानकर मोदी जी को राहुल से इस मसले पर मुकाबले के लिए खुलकर सामने आ ही जाना चाहिए। लेकिन लगता है राहुल ऐसी जगह चोट कर रहे हैं, जिसका दर्द बयां करने या राहुल से इस पर खुलकर मुकाबला करने की बजाय मोदी यह चाहते हैं कि राहुल किसी भी तरह से यह हमला रोक दें।

राहुल को भी न जाने क्या हो गया है कि किसी जिद्दी बच्चे की तरह मोदी से इसी मसले पर मुंह खोलने और जेपीसी के लिए अड़ गए हैं…

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2 Comments

  1. इत्तेफाक ये सारे लोग भाजपा के कट्टर समर्थक है, पूरा असुरन चौक योगी के पोस्टर से भरा रहता है। ये लोग फूल सपोटर थे। अभी भी होगें बस अपने साथ जब गलत हो रहा है तो इनकी भाषा सुनिए।

    एक बुलडोजर खुद के दुकान पर चला है, तो भाजपा की हर एक कमी, हर गलती पता चला गया।

    भाजपा के विरोध मे जो तर्क वितर्क हम लोग नही दे पाएगे? वो आरोप हम लोग नही लगा पाते है, उससे कही ज्यादा सच्चाई तो ये लोग खुद जानते है?

    और लोग कहते है विपक्ष कमजोर है?

    विपक्ष कमजोर नही है?

    दरअसल कंपटीशन के इस दौर मे जनता कुछ लोगो को कंपटीशन से बाहर निकाल देना चाहती है?

    इसलिए हर छोटी-छोटी बात पर देश और समाज से बाहर निकालने वाले सरकार के कारनामे पर लोग खामोश है।

    ▪️हिन्दू सोचते है कि भाजपा हमारे साथ है, भाजपा मुस्लमानो को ठिक कर रही है।

    ▪️जनरल सोच रहे है कि भाजपा हमारे साथ है, ओबीसी एससी को ठिकाने लगा रहे है।

    ▪️ओबीसी सोचते है कि मोदी खुद ओबीसी है भाजपा OBC के साथ है, ओबीसी एसी को लग रहा है कि ये भ्रष्टाचारीयो (OBC) को ठिकाने लगा रहे है।

    और जब इनक सबको पता चलता है कि ये हमारे साथ भी नही है। ये केवल पूंजीवादीयो और ताकतवरो के साथ है। जो इनको फायदा वोट और समर्थन (गुलामी) के अलावा अतिरिक्त सही किमत दे देगा, और बदले मे अपनी झोली मे बैठे गुलामों को बेच देते है।

    कभी सुना है कि किसी मुसलमान के बुचडखाने पर कारवाई हुई? क्यो? क्योकि वो भी वोट, समर्थन के अलावा मोटा धन देता है?

    ये (भाजपाई) मेरिटोक्रेसी के पूजक है, इनके लिए सब गलत सही है, और सब गलत सही है।

  2. लोग कहते है विपक्ष कमजोर है? विपक्ष कमजोर नही है?

    दरअसल कंपटीशन के इस दौर मे जनता कुछ लोगो को कंपटीशन से बाहर निकाल देना चाहती है?

    इसलिए हर छोटी-छोटी बात पर देश और समाज से बाहर निकालने वाले सरकार के कारनामे पर लोग खामोश है।

    ▪️हिन्दू सोचते है कि भाजपा हमारे साथ है, भाजपा मुस्लमानो को ठिक कर रही है।

    ▪️जनरल सोच रहे है कि भाजपा हमारे साथ है, ओबीसी एससी को ठिकाने लगा रहे है।

    ▪️ओबीसी सोचते है कि मोदी खुद ओबीसी है भाजपा OBC के साथ है, ओबीसी एसी को लग रहा है कि ये भ्रष्टाचारीयो (OBC) को ठिकाने लगा रहे है।

    और जब इनक सबको पता चलता है कि ये हमारे साथ भी नही है। ये केवल पूंजीवादीयो और ताकतवरो के साथ है। जो इनको फायदा वोट और समर्थन (गुलामी) के अलावा अतिरिक्त सही किमत दे देगा, और बदले मे अपनी झोली मे बैठे गुलामों को बेच देते है।

    कभी सुना है कि किसी मुसलमान के बुचडखाने पर कारवाई हुई? क्यो? क्योकि वो भी वोट, समर्थन के अलावा मोटा धन देता है?

    ये (भाजपाई) मेरिटोक्रेसी के पूजक है, इनके लिए सब गलत सही है, और सब गलत सही है।

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