टॉवर में दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टमेंट बैंक में से एक, ब्लैकस्टोन का दफ्तर

न्यूयॉर्क में इन्वेस्टमेंट बैंकर ब्लैकस्टोन के दफ्तर वाले टॉवर में घुसकर शेन तमुरा ने क्यों की 4 लोगों की हत्या… पुलिस की कहानी में झोल है

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में शेन तमुरा नाम का एक 27 साल का युवा अपनी बीएमडब्ल्यू कार से उतरा। एक कार्यालय टॉवर में घुसा और स्वचालित राइफल से गोली चलाने लगा। इस घटना में 4 व्यक्तियों की मौत हो गई। न्यूयॉर्क में इन्वेस्टमेंट बैंकर ब्लैकस्टोन के दफ्तर वाले टॉवर में घुसकर शेन तमुरा ने क्यों की 4 लोगों की हत्या… पुलिस की कहानी में झोल है!

उस टॉवर में दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टमेंट बैंक में से एक, ब्लैकस्टोन का दफ्तर है। फुटबाल का दफ्तर है। पुलिस ने गोलीबारी की पहली वजह यह बताई कि गोली चलाने वाला युवा मनोरोगी है। दूसरी वजह यह बताई कि वह 2 दशक पहले जब हाई स्कूल में पढ़ता था तो फुटबाल खेलता था और किसी घटना की वजह से फुटबाल प्रशासन से नाराज था और  वह फुटबाल से जुड़े अधिकारियों को मारना चाहता था।

आश्चर्य की बात यह है कि 27 साल का युवा जब 7 साल उम्र का था तब वह फुटबाल खेलता था और किसी वजह से नेशनल फुटबॉल लीग से नाराज था। पुलिस ने विश्व की सबसे बड़ी निवेश फर्मों में से एक, ब्लैकस्टोन से उसका कोई संबंध नहीं जोड़ा है।

यह घटना और पुलिस का खुलासा, सीसीटीवी कैमरे की फुटेज बिल्कुल उसी तरह के परिणाम दे रही हैं, जैसे भारतीय पुलिस देती है। भारत की संसद में पाकिस्तानी हमले पर बहस चल रही थी, ठीक उसी समय पहलगांव हमले के 3 आतंकवादी मार गिराए गए।

चलिए पुलिस का दावा सच मान लेते हैं। तो अमेरिका में इतने मनोरोगी क्यों पैदा हो रहे हैं? मनोरोगियों को स्वचालित हथियार क्यों दिए जा रहे हैं? ऐसे मनोरोगियों को रोकने के लिए रणनीति क्या है? क्या पुलिस कुछ छिपाना चाहती है? क्या वह हत्यारा ब्लैकस्टोन की रणनीति से निवेश करके दिवालिया हो चुका था, जिससे उसने यह कांड किया? क्या पुलिस यह जांच करती है कि जब कोई युवा अपने सहपाठियों पर गोली चलाता है तो कहीं ऐसा तो नहीं कि वह अपने पिता की फीस न भर पाने की मजबूरी से परेशान हो? क्या फर्जी खुलासों या किसी हत्यारे को मार देने से समस्या हल हो जाएगी?

अब देखते हैं कि खबर क्या है

न्यूयॉर्क शहर में सोमवार 28 जुलाई 2025 को मैनहट्टन स्थित एक कार्यालय टावर में हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई। इनमें एक ऑफ-ड्यूटी पुलिस अधिकारी भी शामिल है। चार अन्य घायल हो गए। हमलावर ने बाद में खुदकुशी कर ली। यह घटना 345 पार्क एवेन्यू में हुई, एक गगनचुंबी इमारत जिसमें नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) और ब्लैकस्टोन जैसे प्रमुख संगठनों के मुख्यालय स्थित हैं।

घटना का विवरण

पुलिस के अनुसार, हमलावर की पहचान 27 वर्षीय शेन तमुरा के रूप में हुई है, जो लास वेगास का निवासी था। जांचकर्ताओं का मानना है कि तमुरा एनएफएल कार्यालयों में जाने की कोशिश कर रहा था, क्योंकि उसे एनएफएल के खिलाफ क्रॉनिक ट्रॉमेट्रिक एन्सेफैलोपैथी (CTE) से संबंधित एक निराधार दावा था। उसके शरीर पर मिले एक नोट से भी इस बात का संकेत मिलता है। तमुरा को मानसिक बीमारी का इतिहास रहा है और उसने लगभग दो दशक पहले कैलिफ़ोर्निया के हाई स्कूल में फुटबॉल खेला था।

शाम 6:30 बजे से ठीक पहले, तमुरा अपनी डबल-पार्क की गई बीएमडब्ल्यू से एक एम4 राइफल लेकर निकला। निगरानी वीडियो में दिखाया गया है कि वह एक सार्वजनिक चौक से होते हुए इमारत में घुसा और गोलीबारी शुरू कर दी।

पीड़ितों और हमलावर का सफर

  • तमुरा ने सबसे पहले एक कॉर्पोरेट सुरक्षा दल में तैनात ऑफ-ड्यूटी पुलिस अधिकारी दीदारुल इस्लाम (36) को गोली मार दी, जो बांग्लादेश से आए एक अप्रवासी थे और न्यूयॉर्क शहर में साढ़े तीन साल से पुलिस अधिकारी के रूप में कार्यरत थे।
  • इसके बाद उसने एक महिला को गोली मारी जो छिपने की कोशिश कर रही थी और लॉबी में कई लोगों पर गोलियां चलाईं।
  • उसने सुरक्षा डेस्क पर एक गार्ड को और लॉबी में एक अन्य व्यक्ति को भी गोली मारी।
  • न्यूयॉर्क शहर के मेयर एरिक एडम्स ने बताया कि तमुरा गलती से लिफ्ट के गलत डिब्बे में घुस गया और इमारत की मालिक कंपनी रुडिन मैनेजमेंट के 33वीं मंजिल स्थित कार्यालय में पहुँच गया।
  • वहाँ उसने एक और व्यक्ति को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी, और फिर खुद को भी गोली मार ली।

कुल चार लोग मारे गए, जिनमें पुलिस अधिकारी इस्लाम भी शामिल हैं, जो अपने पीछे दो छोटे बच्चों और एक गर्भवती पत्नी को छोड़ गए हैं। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है, जबकि चार अन्य भागने की कोशिश में मामूली रूप से घायल हुए।

जांच और बरामदगी

पुलिस आयुक्त जेसिका टिश ने बताया कि अधिकारियों को तमुरा की कार में एक राइफल का खोल, एक रिवॉल्वर, मैगज़ीन और गोला-बारूद मिला। उन्हें तमुरा की दवाइयाँ भी मिलीं। शुरुआती जांच से पता चला है कि तमुरा की गाड़ी देश भर में घूमी थी, जिसमें 26 जुलाई को कोलोराडो, 27 जुलाई को नेब्रास्का और आयोवा, और फिर सोमवार शाम 4:24 बजे कोलंबिया, न्यू जर्सी शामिल है, जिसके तुरंत बाद वह न्यूयॉर्क शहर पहुँच गया।

घटनास्थल ग्रैंड सेंट्रल टर्मिनल से थोड़ी ही दूरी पर और सेंट पैट्रिक कैथेड्रल से लगभग एक ब्लॉक पूर्व में स्थित एक व्यस्त इलाका है। नेकीशा लुईस और जेसिका चेन जैसे चश्मदीदों ने गोलीबारी की आवाज़ें सुनीं और बताया कि लोग दहशत में थे।

पुलिस ने अभी तक इस बात का कोई संकेत नहीं पाया है कि तमुरा का रियल एस्टेट उद्योग या न्यूयॉर्क शहर से कोई पूर्व संबंध था।

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