पूर्वांचल के प्रतिष्ठित साउंड रिकॉर्डिंग स्टूडियो इनट्यून प्रोडक्शन और मिसरी द्वारा २ मार्च की शाम को एक ओपन माइक का आयोजन किया गया। गोरखपुर के पैडलेगंज स्थित इनट्यून प्रोडक्शन स्टूडियो पर शहर की कई युवा प्रतिभाओं ने हिस्सा लेकर अपनी रचनात्मकता और कला का बखूबी प्रदर्शन किया। कविता,Read More →

एक दौर में अमीरों की बीमारी थी गठिया। यूरोप में किया जाता था गोमांस की पट्टियों और हंस के मांस के लेप से गठिया का इलाज। अब गठिया आम लोगों की बीमारी बनती जा रही है।इसकी वजह भी चिकित्सकों ने जान ली है। कुछ खानपान में परहेज और कुछ लाइफस्टाइलRead More →

रस शास्त्र में भगवान शिव को पारद यानी पारा माना गया है

भगवान शिव और पार्वती भारतीय चिकित्सा प्रणाली में भी हैं। भगवान शिव पारा हैं और पारा जब गंधक (पार्वती) से मिलता है तो यह अमृत हो जाता है। बता रहे हैं डॉ प्रदीप चौधरी…. आयुर्वेद और सिद्ध चिकित्सा पद्धति के रस शास्त्र में भगवान शिव को पारद माना गया है,Read More →

सोने में निवेश आपको बर्बाद भी कर सकता है... संभलकर रहें

सोना कोई सुरक्षित निवेश नहीं है।कई बार सोने की कीमत इतनी गिरती है कि निवेशक बर्बाद हो जाते हैं और उनको अपना मूलधन निकालने के लिए वर्षों इंतजार करना पड़ता है। विस्तार से बता रहे हैं निवेश विशेषज्ञ प्रभात त्रिपाठी   सोने को एक Safe Haven या inflation के खिलाफ एकRead More →

‘सजग फिल्म्स ‘, गोरखपुर के तत्वावधान में महान फ़िल्मकार श्याम बेनेगल को शहर के बुद्धिजीवियों एवं कला प्रेमियों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर अपने उद्गगार व्यक्त करते हुए फ़िल्म निर्देशक प्रदीप सुविज्ञ ने कहा कि पांच लाख किसानों से दो-दो रुपए आर्थिक मदद लेकर श्याम बेनेगल नेRead More →

हम अपनी मानसिक स्थिति के मुताबिक प्रतिक्रिया देते हैं और उसी को सत्य मान लेते हैं- यह दुख देता है

समाज में आप जो भी प्रतिक्रियाएं देते हैं, वह आपकी मानसिक स्थिति के कारण होता है। कोई चीज आपको सत्य और सही लग सकती है, वही दूसरे किसी को असत्य और गलत लग सकती है। इसका मतलब यह है कि आप जिसे सत्य मानते हैं, वह सार्वभौमिक, सार्वकालिक सत्य नहींRead More →

समस्याओं का समाधान वर्तमान को भरपूर जी लेने में

उन लबों की याद आई गुल के मुस्कुराने से जख्म ए दिल उभर आई फिर बहार आने से… तीन काल होता है। भूत, वर्तमान और भविष्य। भूत तो भूत है, उसमें फंसे तो वह प्रेत बाधा है। वो भी क्या दिन थे, वह कहते हुए जिएं या यह कहकर जियेंRead More →

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पनियरा के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि चौधरी नरसिंह पटेल अज्ञानी ने पूर्वांचल में कृषि से जुड़ी 26 जातियों को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया था। वह दीपदान महोत्सव आयोजन समिति( D-MASK) के तत्वावधान में आयोजित चौधरी नरसिंह पटेलRead More →

आप लाल किले से भारत को बुद्ध की धरती कहें या प्रेमिका की बाहों से, शांति तभी मिलेगी जब बुद्धिज्म अपनाएंगे : धम्मपद-9

बुद्धिज्म अपनाने के लिए कुछ शील पर प्रतिज्ञाएं बताई गई हैं, उसका पालन करने पर ही जीवन में शांति आ सकती है। बुद्धिज्म जीने की एक कला है। एक जीवन पद्धति है। कुछ ऐसे आचरण अपनाने पड़ते हैं, जिससे आप बुद्ध होते हैं, आप व्यापक होते हैं। बता रहे हैंRead More →