भारतीय सिनेमा के युगपुरुष स्वर्गीय श्याम बेनेगल की स्मृति में सभा का आयोजन

Pradeep SuvigyaShailendra Kabir

Devendra Arya

‘सजग फिल्म्स ‘, गोरखपुर के तत्वावधान में महान फ़िल्मकार श्याम बेनेगल को शहर के बुद्धिजीवियों एवं कला प्रेमियों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर अपने उद्गगार व्यक्त करते हुए फ़िल्म निर्देशक प्रदीप सुविज्ञ ने कहा कि पांच लाख किसानों से दो-दो रुपए आर्थिक मदद लेकर श्याम बेनेगल ने फ़िल्म ‘मंथन’ का निर्माण किया था। वास्तविक जीवन और वास्तविक चेहरों को दिखाने वाला समानांतर सिनेमा का यह अग्रदूत जीवन पर्यंत बिना रुके, बिना थके चलता रहा ।मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनसे मिलने और एक डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म के लिए उनकी शूटिंग करने का मौक़ा मिला है। यह भी सुखद संयोग है कि श्याम बेनेगल की अधिकांश फ़िल्मों की एडिटिंग करने वाले प्रसिद्ध फ़िल्म एडिटर असीम सिन्हा (जिन्होंने मम्मो, सरदारी बेगम, हरी-भरी, समर, जुबेदा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, वेलकम टू सज्जनपुर, वेलडनअब्बा, मुजीब:द मेकिंग ऑफ ए नेशन आदि की एडिटिंग की है…) ने मेरे निर्देशन में बनी हिंदी फी़चर फ़िल्म ‘सस्पेंडेड’ की एडिटिंग की है। कवि देवेंद्र आर्य ने कहा कि किसी फ़िल्म का रसास्वादन करने के लिए सिनेमा की अभिव्यक्ति की भाषा की समझ भी होनी चाहिए। श्याम बेनेगल आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के स्रोत बने रहेंगे। शायर कलीमुल हक ने इस मौक़े पर अपनी एक ग़ज़ल सुना कर श्रद्धांजलि अर्पित की । कवि प्रमोद कुमार ने कहा कि श्याम बेनेगल की नज़र सामाजिक अंतर्विरोधों पर हमेशा रही। इन्होंने उन कहानियों को दिखाया जिसे व्यवसायिक सिनेमा अपना विषय ही नहीं मानता। गोरखपुर विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ .भारत भूषण ने कहा कि श्याम बेनेगल जैसे प्रतिभाशाली फिल्मकार प्रकृति की देन हैं ।भारतीय सिनेमा के इतिहास में इनका नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। दूरदर्शन के पूर्व निदेशक एस. के. एस . त्रिपाठी ने कहा कि श्याम बेनेगल मेरे लिए हमेशा गुरु की तरह रहे हैं। शैलेंद्र कबीर ने समानांतर सिनेमा की आलोचना करने वाले लोगों पर प्रश्न खड़े किए। उन्होंने कहा कि बेनेगल अपने आप में एक संस्था थे ।आइ.एच. सिद्दिकी ने कहा कि इतिहास श्याम बेनेगल के योगदान को कभी नहीं भूलेगा । निशि कांत पांडे ने कहा कि श्याम बेनेगल की प्रासंगिकता भारतीय सिनेमा जगत में हमेशा बनी रहेगी।आदित्य राजन ने बेनेगल की फ़िल्मों के संगीत पक्ष की ओर इशारा किया।
इस श्रद्धांजलि सभा में नितेन अग्रवाल, उदयन मुखर्जी ,धर्मेंद्र भारती, डा. सुदीप्ता बी. भूषण, नवनीत जयसवाल, राधेश्याम गुप्ता, प्रिया गुप्ता, शिवांगी भूषण, रितीका सिंह,भरत साहनी आदि ने भाग लिया।

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