वाचिक से लेकर लिखित तक संस्कृत ने तय की है लंबी यात्रा

नव बुद्ध हर चीज को विवाद में डालने के आदती होते हैं. वह एक ही लाइन पर चलते हैं कि हमारा सबकुछ छीन लिया गया, हमें अछूत बना दिया गया. इस समय संस्कृत को निशाना बनाया जाता है कि पॉलि से संस्कृत निकला है. यह बता पाना कठिन है किRead More →