हम जब आसपास के वातावरण से प्रभावित होकर सोचते हैं तो अपना बुद्धि विवेक गिरवीं रख देते हैं। फिर हम प्रभावित व्यक्ति/वातावरण के मुताबिक बह जाते हैं. सही गलत का फैसला नहीं कर पाते, बता रहे हैं सत्येन्द्र पीएस….   हमारे मस्तिष्क का दायरा बहुत छोटा है। जीवन के रहस्योंRead More →