डॉ प्रदीप चौधरी
क्लीनिक_कथा
तीस साल का एक कपल आता है।
महिला ने घुसते ही कहा मुझे थायरॉयड है, मुझे ख़ुराफ़ात सूझी मैंने कहा वो तो मुझे भी हैl
अब हर कोई कुणाल कामरा का ऑडियंस तो नहीं की जो बोलो वो समझ भी आ जाए,
तो मेरा जोक बेकार हो गया ।
देखिए!
थायरॉयड और शादी में एक गहरा रिश्ता है।
न, न! मैं डॉक्टर से पंडित बनने की कोशिश नहीं कर रहा, पर अगर ज़रा गौर करें तो समझ आएगा कि थायरॉयड असल में एक ऐसा जीवनसाथी है, जिसे संभालना भी ज़रूरी है और समझना भी।
अब यह रिश्ता मधुर होगा या तकरार से भरा, यह आपकी लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है!
थायरॉयड और शादी के बीच की बहुत सी समानताएँ हैं ।
शुरुआत में पता ही नहीं चलता!
शादी की तरह, थायरॉयड की समस्या भी चुपचाप दस्तक देती है।
जब तक पता चलता है, तब तक आधी तकलीफें झेल चुके होते हैं।
मूड स्विंग्स—हर वक़्त, बिना किसी कारण के!
कभी एक्स्ट्रा एनर्जी, तो कभी इतनी सुस्ती कि हिलने का मन ही न करे।
मानो, “आज डिनर में क्या बनाना है?” जैसे सवाल पर भी मूड खराब हो जाए!
एक बार हो गया, तो पूरी लाइफ उसे संभालना पड़ेगा!
शादी में जैसे रिश्ते को मजबूत बनाए रखना जरूरी है, वैसे ही थायरॉयड के साथ भी एक समझदारी भरा रिश्ता बनाना पड़ता है।
तो अब इस रिश्ते को निभाने का सही तरीका क्या है?
1. देर से सोने की आदत रहेगी तो रिश्ता बिगड़ेगा ही !
अगर आप रातभर इंस्टाग्राम स्क्रॉल करते रहेंगे रील देखेंगे और सुबह देर से उठेंगे, तो वात, कफ और पित्त का बैलेंस बिगड़ जाएगा।
क्युकी देर से सोने से वात ,देर से उठने से कफ और दिन में देर से खाने से पित्त बिगड़ता है ।
जब शरीर का सिस्टम गड़बड़ होगा, तो थायरॉयड भी रूठ जाएगा!
2. खाने का सही टाइम सेट करो, नहीं तो बीमारी पक्की!
बेसमय और बार-बार खाना पाचन अग्नि को कमजोर करता है।
सही समय पर खाना खाओ—सुबह 9-10 बजे और दोपहर 2 बजे के बीच अच्छी भूख लगनी चाहिए।
बिना भूख के खाएंगे, तो यह शादी की तरह समझौते वाला मामला बन जाएगा—जहां सब चल तो रहा है, पर खुशी गायब है!
3. सही चीज़ें खाओ, वरना रिश्ता और भी जटिल हो जाएगा!
विषम अग्नि (Irregular Digestion) वालों के लिए कंचनार गुग्गुल उल्टा असर कर सकता है।
इसकी जगह मुनक्का (भीगे हुए किशमिश) खाएँ, जो पाचन को सुधारता है।
मंद अग्नि (Weak Digestion) वालों को सबसे पहले अपने पाचन को सुधारना चाहिए, वरना दवा भी असर नहीं करेगी!
4. तनाव कम करो, प्यार बढ़ाओ!
शादी में जितना प्यार ज़रूरी है, उतनी ही मानसिक शांति थायरॉयड के लिए भी।
अगर आप हर समय स्ट्रेस में रहेंगे—नौकरी, घर, पैसे, रिश्ते—तो थायरॉयड भी गुस्से में आ जाएगा!
अपनों के साथ रहो, खुश रहो, और थायरॉयड को भी खुश रखो।
5. जंक फूड से दूर रहिए नहीं तो ये रिश्ता ज्यादा दिन नहीं टिकेगा!
चिपचिपा, तला-भुना, बार-बार स्नैकिंग—ये सब थायरॉयड के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
जैसे रिश्तों में छोटी-छोटी बातें दूरी बढ़ा देती हैं, वैसे ही गलत खान-पान धीरे-धीरे बीमारी को स्थायी बना देता है।
थायरॉयड के साथ जिंदगी बितानी ही है, तो क्यों न इसे प्यार से निभाया जाए?
दवा से ज्यादा ज़रूरी है सही लाइफस्टाइल।
वरना, यह रिश्ता “सास-बहू” के सीरियल जैसा बन जाएगा—जहाँ रोज़ कुछ न कुछ ड्रामा चलता रहेगा!
तो ,खाओ सही, सोचो सही, और अपने थायरॉयड को भी समझदारी से सम्भालिए!
इसलिए दवा से अधिक जरूरत है पहले आहार, विहार और व्यवहार में बदलाव की।
तभी दवा असर करेगी।
तो इस प्रकार, अग्नि को ठीक करने के कुछ उपायों और पथ्य-अपथ्य को समझाकर, अपने थायरॉयड का ख्याल रखिए की वादे के साथ फ़ीस वसूली गयी ।
हैप्पी थायरॉयड!
#शतभिषा #shatbhisha