upsc toppers list 2023

2022 के प्रतिष्ठित सिविस सेवा परीक्षा के upsc toppers list 2023 में टॉप 10 में 6 लड़कियां और टॉप 25 में 14 लड़कियां सलेक्ट हुई हैं. हालांकि कुल चयन में अभी लड़कियों की बेहतर भागीदारी सुनिश्चित होनी बाकी है क्योंकि चयनित 933 अभ्यर्थियों में 613 पुरुष हैं, जबकि महज 320 महिला हैं.

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी)  ने 24 मई 2023 को प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा 2022 के नतीजों की घोषणा कर दी. इसमें दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) से स्नातक इशिता किशोर ने पहला स्थान हासिल किया है. इतना ही नहीं, टॉप 10 में 6 लड़कियों ने स्थान बनाया है और टॉप 4 लड़कियां हैं. इशिता किशोर के बाद दूसरे स्थान पर गरिमा लोहिया, तीसरे पर उमा हरति एन, चौथे पर स्मृति मिश्रा, छठे स्थान पर गहना नव्या जेम्स और नवें स्थान पर कनिका गोयल ने जगह बनाई है. यह लगातार दूसरा साल है, जब शीर्ष 3 स्थान लड़कियों ने झटक लिए हैं. 2021 परीक्षा के अंतिम परिणाम में भी पहले स्थान पर श्रुति शर्मा, दूसरे स्थान पर बिहार की अंकिता अग्रवाल, तीसरे स्थान पर गामिनी सिंगला रही थीं.

यूपीएससी टॉपर्स की सूची (upsc toppers list 2023)

संघ लोक सेवा आयोग (upsc) की परीक्षा परिणाम में सबसे बड़ा बदलाव यह दिख रहा है कि शीर्ष स्थान पर लड़कियां पहुंच रही हैं. upsc toppers list 2023 में शीर्ष 5 में से 4 लड़कियां, जबकि शीर्ष 50 में से 24 लड़कियां हैं. शीर्ष 25 स्थान में से 14 लड़कियां और 11 लड़के हैं. भारत में जहां लड़कियों को चूल्हे चौके तक सीमित माना जाता रहा है और पढ़ने लिखने की सामान्य सुविधा देने में उनके साथ भेदभाव होता रहा है, वहीं अब लड़कियां सिविल सर्विसेज एग्जाम में बगैर किसी आरक्षण के टॉप 50 में करीब 50 प्रतिशत जगह हथियाने के करीब पहुंच चुकी हैं.

हालांकि कुल चयनित अभ्यर्थियों में महिलाओं की संख्या अभी भी कम हैं. यूपीएससी में 2022 की परीक्षा में कुल चुने गए 933 अभ्यर्थियों में 613 पुरुष हैं, जबकि महज 320 महिला हैं.

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कौन हैं इशिता किशोर

इशिता किशोर बिहार के पटना मूल की हैं. उनके पिता संजय किशोर वायुसेना में विंग कमांडर थे, जिनका ड्यूटी के दौरान ही निधन हो गया था. इशिता की मां ज्योति दिल्ली के एयरफोर्स बालभारती स्कूल में नौकरी करती थीं, जो पिछले साल रिटायर हुई हैं.

सोशल मीडिया से मिल रही जानकारी के मुताबिक इशिता किशोर बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाद इलाके के साधनापुरी इलाके में रहने वाले स्वर्गीय बनवीर प्रसाद की नतिनी हैं. बनवीर प्रसाद परिवहन विभाग में काम करते थे और वह चित्रगुप्त पूजा समिति के संरक्षक व अध्यक्ष के रूप में काम करते थे. 26 साल की इशिता किशोर कायस्थ जाति की हैं.

इशिता किशोर ने तीसरे प्रयास में पाई कामयाबी

इशिता किशोर ने रोज 8-9 घंटे पढ़ाई की, लेकिन 2 प्रयासों में वह फेल हुईं. यहां तक कि शुरुआती 2 कोशिशों में वह प्रिलिम्स एग्जाम भी नहीं निकाल पाईं, मेंस और इंटरव्यू तो दूर की कौड़ी है. तीसरे प्रयास में वह प्रथम स्थान पर रहीं. वह 2 भाई-बहनों में सबसे छोटी हैं. फेल हुईं तो उनके भाइयों और मां ने साथ दिया. उन्होंने उत्तर प्रदेश कैडर को प्राथमिकता दी है, यानी वह उत्तर प्रदेश में आईएएस अधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं देंगी.

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इशिता किशोर ने क्या पढ़ाई की

इशिता किशोर ने शुरुआती पढ़ाई एयरफोर्स बाल भारती स्कूल लोधी रोड में की. यह दिल्ली के प्रतिष्ठित केंद्रीय विद्यालयों में से एक है, जहां केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चे पढ़ाई करते हैं. उसके बाद उन्होंने 2017 में श्रीराम कॉलेज आफ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में ऑनर्स (ग्रेजुएशन) किया. ग्रेजुएट होते ही वह अर्नेस्ट ऐंड यंग में नौकरी करने लगीं. वह तय नहीं कर पा रही थीं कि क्या करना है. कभी एमबीए, कभी इकनॉमिक्स में पोस्ट ग्रेजुएट करने को सोचा. आखिरकार सिविल सर्विसेज की परीक्षा देने पर टिकीं. 2019 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और पूरी तरह सिविल सर्विस की तैयारी में जुट गईं. यूपीएससी में  मेंस एग्जाम के लिए उन्होंने अपनी पकड़ और रुचि के मुताबिक पॉलिटिकल साइंस ऐंड इंटरनैशनल रिलेशंस को चुना, जबकि उन्होंने इकनॉमिक्स से ग्रेजुएशन किया था.

फुटबाल की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं इशिता किशोर

इशिता किशोर राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल खिलाड़ी रह चुकी हैं. उन्होंने 2012 में सुब्रतो कप फुटबॉल टूर्नामेंट में भाग लिया था.

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गरिमा लोहिया कौन हैं, जिन्होंने upsc toppers list 2023 में दूसरा स्थान पाया

गरिमा लोहिया बिहार के बक्सर जिले की हैं. वह बक्सर के बंगलाघाट निवासी व आयकर विभाग में वकील रहे स्वर्गीय नारायण लोहिया की पोती हैं. उनके पिता मनोज कुमार लोहिया कपड़े के थोक व्यापारी हैं और मां सुनीता देवी गृहिणी हैं. गरिमा ने कोई कोचिंग नहीं की. उन्होंने तैयारी के लिए ऑनलाइन पढ़ाई का सहारा लिया. गरिमा लोहिया दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक किया है. यूपीएससी में वैकल्पिक विषय के रूप में उन्होंने वाणिज्य और लेखा लिया था.

उमा हरति (Uma Harathi N) कौन हैं, जिन्होंने यूपीएससी टॉपर्स लिस्ट में तीसरा स्थान पाया

उमा हरति ने आईआईटी हैदराबाद से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया. उन्होंने वैकल्पिक विषय एंथ्रोपोलोजी रखा. पांचवें प्रयास में उन्होंने तीसरा स्थान हासिल करने में कामयाबी पाई. हरति ने अपनी सफलता का श्रेय पिता को दिया है. उमा हरति एन के पिता एन वेंकटेश्वरलू इस समय तेलंगाना के नारायणपेट जिसे के पुलिस अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं.

स्मृति मिश्रा कौन हैं, जिन्होंने चौथा स्थान पाया है

स्मृति मिश्रा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस से विज्ञान में स्नातक किया है. उन्होंने बीएससी लाइफसाइंस में कॉलेज में दूसरा स्थान पाया था. स्मृति मिश्रा ने अपना वैकल्पिक विषय प्राणि विज्ञान रखा था. नोएडा के सेक्टर 41 में रहने वाली स्मृति मिश्रा ने सिविल सर्विसेज के लिए सोशल मीडिया पूरी तरह छोड़ दिया था. स्मृति मिश्रा इलाहाबाद के बागबरी गद्दी की रहने वाली हैं. उनके पिता राजकुमार मिश्रा बरेली में डीएसपी पद पर तैनात हैं और मां अनीता मिश्रा गृहिणी हैं.

upsc toppers list 2023 में आरक्षण की स्थिति

कुल चयनित 933 अभ्यर्थियो में 345 सामान्य वर्ग, 99 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), 263 अन्य पिछड़े वर्ग, 154 अनुसूचित जाति, 72 अनुसूचित जनजाति के लोगों को नियुक्ति के लिए अनुशंसा की गई है.

upsc 2023 परीक्षा के बाद कितने आईएएस बनेंगे

इस बार भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में कुल 180 पद हैं, जिनमें 75 सामान्य, 18 ईडब्ल्यूएस, 45 अन्य पिछ़ड़ा वर्ग, 29 अनुसूचित जाति, 13 अनुसूचित जनजाति के लिए हैं. वहीं भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में कुल 38 पद हैं, जिनमें 15 सामान्य, 4 ईडब्ल्यूएस, 10 ओबीसी, 6 एससी, 3 एसटी के लिए हैं. भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के कुल 200 पद हैं, जिनमें 83 सामान्य, 20 ईडब्ल्यूएस, 53 ओबीसी, 31 एससी, 13 एसटी के लिए हैं.

केंद्रीय सेवाओं ग्रुप क में 473 पद हैं, जिनमें 201 सामान्य, 45 ईडब्ल्यूएस,  122 ओबीसी, 69 एससी, 36 एसटी के लिए हैं. ग्रुप ख सेवाओं में 131 पद हैं, जिनमें 60 सामान्य, 12 ईडब्ल्यूएस, 33 ओबीसी, 19 एससी, 7 एसटी के लिए हैं. इस तरह से कुल 1022 रिक्तियां थीं.

इतने पदों में 933 चनित लोगों की सूची है, जबकि 101 अनुशंसित उम्मीदवार चुने गए हैं.

दिल्ली विश्वविद्यालय का upsc toppers list 2023 में दबदबा

upsc toppers list 2023 में दिल्ली विश्वविद्यालय का दबदबा है. पहला स्थान हासिल करने वाली इशिता किशोर, दूसरा स्थान हासिल करने वाली गरिमा लोहिया, चौथा स्थान हासिल करने वाली स्मृति मिश्रा, 9वां स्थान हासिल करने वाली कनिका गोयल, 13वें स्थान पर रहीं विदुषी सिंह, 18वें स्थान पर रहे सिद्धार्थ शुक्ल डीयू से पढ़े लिखे हैं. 12वां स्थान हासिल करने वाले अभिनव सिवाच और 19वां स्थान हासिल करने वाली लघिमा तिवारी ने भी डीयू से पढ़ाई की है.

जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने भी upsc toppers list 2023 में लहराया परचम

अब तक मिल रही सूचना के मुताबिक यूपीएससी में सबसे ज्यादा सेलेक्शन देने वाले विश्वविद्यालय में जामिया मिल्लिया इस्लामिया पहले स्थान पर है. जामिया मिल्लिया इस्लामिया से कुल 12 लड़कियां सलेक्ट हुई हैं, जबकि यहां की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) से कुल 23 छात्रों का चयन हुआ है. 35वीं स्थान हासिल करने वाले अजमेरा संकेथ कुमार ने आरसीए में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. अमूमन इस प्रतिष्ठित परीक्षा में कम उम्र में ही बच्चों का चयन हो जाता है. इसके बावजूद जेएनयू में एडमिशन लेने वाले भी तमाम अभ्यर्थी चयनित होते हैं. जेएनयू में ग्रेजुएशन के बाद की पढ़ाई होती है और ज्यादातर शीर्ष अभ्यर्थी ग्रेजुएशन के बाद 24-25 की उम्र में ही सलेक्ट हो जाते हैं.  गुंडागर्दी के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कुख्यात लोनी इलाके की महिमा कसाना को यूपीएससी परीक्षा में 141वीं रैंक मिली है, जिन्हें कम से कम आईपीएस रैंक मिलने की संभावना बनती है. उनके पिता कृष्णपाल कसाना और माता गीता आर्य टीचर हैं. महिमा कसाना ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से बीए इकनॉमिक्स में ऑनर्स किया है, जबकि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली से इकनॉमिक्स में एमए किया है.

 

 

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